देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा AIIMS Rishikesh से शुरू, PM मोदी ने किया शुभारंभ
- सीएम धामी बोले 108 की तर्ज पर चलेगी हेली एम्बुलेंस सेवा
Heli Ambulance : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश से देश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा मंगलवार से शुरू हो गई। केंद्र सरकार की संजीवनी योजना के तहत शुरू की गई इस सेवा का लाभ निश्शुल्क मिलेगा। इसके तहत प्रदेश के किसी भी क्षेत्र से अति गंभीर रूप से बीमार या हादसे घायल व्यक्ति को हेली एंबुलेंस की मदद से एम्स ऋषिकेश में पहुंचाया जा सकेगा। इसे आयुष्मान भारत योजना में भी जोड़ा जाएगा।
इसी के साथ ही धन्वंतरि जयंती पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन माध्यम से शुभारंभ किया। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश हेली एंबुलेंस सुविधा वाला देश का पहला सरकारी चिकित्सा संस्थान बन गया है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हेली एंबुलेंस सेवा स्वास्थ्य सेवाओं के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह श्रमिक वर्ग सहित अन्य जरूरतमंदों की सेवा में समर्पित होगी। मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में आयोजित समारोह में इस सेवा का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे उत्तराखंड के लिए गर्व बताते हुए कहा कि अब दूर-दराज के क्षेत्रों से गंभीर मरीजों को गोल्डन आवर (प्रारंभिक महत्वपूर्ण घंटा) में एम्स पहुंचाया जा सकेगा।
सेहत की सौगात : मरीजों को मिलेगा निशुल्क लाभ, संजीवनी योजना के तहत होगा संचालन
आपको बता दें कि अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान दिल्ली में मंगलवार को आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री ने 12850 करोड़ रुपये की विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास किया। केंद्र व राज्य सरकार की साझेदारी से एम्स ऋषिकेश से संचालित होने वाली हेली एंबुलेंस सेवा योजना को संजीवनी नाम दिया गया है।
लंबे समय से राज्य को था इंतजार…
सीएम ने कहा कि इस सेवा का राज्य को लंबे समय से इंतजार था, अब एम्स ऋषिकेश से देश की पहली सरकारी हेली एम्बुलेंस शुरू हो रही है। यह सेवा 108 एम्बुलेंस की तर्ज पर चलेगी, जिसके जरिए राज्य के कोने-कोने से मरीजों को एम्स लाया जा सकेगा।
यह सेवा निशुल्क उपलब्ध होगी। सीएम ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य में कई बार मरीज को बड़े अस्पताल तक पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सभी जीवनरक्षक सुविधा से युक्त हेली एम्बुलेंस दूर दराज के मरीजों के लिए जीवन दायनी का काम करेगी। जल्द ही इसका टोल फ्री नंबर जारी होगा, जिसे सभी 13 जिलों के जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल से जोड़ा जाएगा। किसी भी आपदा की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय की सिफारिश पर तत्काल हेली एम्बुलेंस उपलब्ध कराएगी जाएगी।
इसी तरह ड्रोन के प्रयोग से भी दूर दराज के क्षेत्रों से ब्लड सैम्पल लाने और दवा पहुंचाने में मदद मिलेगी। सीएम ने कहा कि ट्रायल दौरान एम्स ऋषिकेश से टिहरी तक मात्र 30 मिनट में दवा पहुंचाई जा चुकी है। वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि हेली एंबुलेंस योजना समूचे उत्तराखंड सहित देश के अन्य पहाड़ी राज्यों के लिए भी संजीवनी साबित होगी। यह योजना ऐसे समय पर समर्पित की जा रही है, जब 150 से अधिक देश आयुर्वेद दिवस मना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले धन के अभाव में उपचार नहीं मिलने से गरीब लोग गंभीर बीमारी से जूझते हुए दम तोड़ दिया करते थे। मगर अब केंद्र सरकार की संचालित आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना की वजह से आम लोगों को पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज के दिन ही 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्ध जनों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ दिया गया है। कार्यक्रम पूर्व सीएम और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, प्रो. मीनू सिंह आदि मौजूद रहे।
देवभूमि ही नहीं वीर भूमि भी है उत्तराखंड : नायडू
इस अवसर पर केंद्रीय नागर विमान मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि उत्तराखंड केवल देवभूमि ही नहीं बल्कि वीर भूमि भी है। जब भी कोई संकट आता है यहां के लोग डटकर उसका मुकाबला करते हैं। केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा कि त्रिवेणी घाट पर हम एक संगम की बात करते हैं गंगा, यमुना और सरस्वती की। वैसे ही इस कार्यक्रम में भी एक संगम देखने को मिलता है, वो संगम है राज्य सरकार, केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय, केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय और ऋषिकेश एम्स व यहां के लोगों का। नायडू ने कहा कि हेली एंबुलेंस का प्रयोग पहाड़ी राज्य के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। कहा कि छोटा राज्य हो और संकल्प बड़ा हो तो हम कुछ भी बड़ा कर सकते हैं। यह हमने उत्तराखंड में कर दिखाया है।
प्रत्येक जिले में खुलेंगे मेडिकल कॉलेज
यहां सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की दिशा में काम कर रही है। किच्छा में एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर पर भी तेजी से काम चल रहा है। प्रदेश सरकार वर्तमान में 207 प्रकार की निशुल्क पैथालॉजी जांच की सुविधा दे रही है, पर सरकार यहीं पर रुकने वाली नहीं है। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में हवाई यातायात की सुविधा बढ़ाने में भी केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय का सहयोग मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री ने जौलीग्रांट, पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार के साथ ही आरसीएस योजना में पूरा सहयोग का आश्वासन दिया है।