सोने के मुकाबले बेहतर रहेगा चांदी का प्रदर्शन, मोटा मुनाफा बनाने का अवसर
- पिछले साल धनतेरस से अब तक चांदी ने दिया है 40 फीसदी से अधिक रिटर्न
सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड उच्च स्तर के करीब हैं। त्योहारी सीजन में मजबूत औद्योगिक मांग की वजह से चांदी एक लाख रुपये के पार पहुंच गई थी। हालांकि, दिवाली के दिन यानी 31 अक्टूबर को यह 1,500 रुपये सस्ती कर 99,500 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव बंद हुई थी।
कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में मौजूदा तेजी, वैश्विक अनिश्चितता और औद्योगिक मांग को देखते हुए मध्यम से लंबी अवधि में सोने की तुलना में चांदी का प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
पिछले साल धनतेरस से तुलना करें तो चांदी रिटर्न देने के मामले में सोने से आगे रही है। इस अवधि में चांदी ने 40.5 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि सोने ने करीब 34 फौसदी मुनाफा बनाया है।
इस सुधार से विश्व बैंक ने बढ़ाई भारत की वद्धि दर, अब 7%
1.30 लाख का स्तर छू सकती है :
जानकारों के अनुसारअगले 2-3 वर्षों की अवधि के लिए चांदी को लेकर धारणा मजबूत है। आपूर्ति में गिरावट, फोटोवील्टिक्स एवं ई-वाहन जैसे क्षेत्रों से बढ़ती औद्योगिक मांग और कई देशों में तनाव के कारण चांदी दो-तीन वर्षों में वैश्विक बाजार में 20डॉलर प्रति ऑस के पार निकल सकती है।
: अगले एक साल की बात करें तो एमसीएक्स चांदी 1.30 लाख का स्तर छू सकती है, जबकि सोना 85,000 के करीब पहुंच सकता है।
: जानकारों का मानना है कि, निकट भविष्य में सोने में अच्छी तेजी रहेंगी, लेकिन 2025 को दूसरी छमाही में निवेशक सतर्कता बरत सकते हैं।
Investment Tect: संतुलित निवेश और रिटर्न के लिए बेहतर है मल्टीकेप फंड
सोने में तेजी का मिल रहा लाभ:
सोने में तेजी के कारण भी चांदी की चमक बढ़ रही है। धनतेरस और दिवाली में सोने-चांदी की बिक्री के आंकड़े भी इस बात की तस्दीक कर रहे हैं। जानकारों कहना है कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब धनतेरस के दौरान बिक्री के मामले में चांदी ने सोने को पीछे छोड़ दिया।
: सोने की बढ़ती कीमतों ने पारंपरिक खरीदारी के उत्साह को कम कर दिया।इससे उपभोक्ताओं और निवेशकों ने चांदी की ओर रुख किया।
चीन से ज्यादा, भारतीय बाजार ने पांच साल में दिया रिटर्न- लगातार 15%
: बताया जाता है कि, ऊंची कीमतों के कारण इस त्यौहारी सीजन में सोने की बिक्री में सालाना आधार पर करीब 15 फीसदी की गिरावट रही। इसके उलट, चांदी की बिक्री में 30-35 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
वित्त सर्विसेज से जुड़े जानकारों के अनुसार एक साल के आंकड़े देखें तो चांदी का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। अगले 12-15 महीनों में चांदी रिटर्न के मोर्चे पर या तो सोने के बराबर आ सकती है या उससे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। इस अवधि में चांदी एमसीएक्स पर 1.25 लाख और कॉमेक्स पर 40 डॉलर तक पहुंच सकती है।