Kedarnath-Badrinath Yatra: कपाटोद्घाटन के लिए 10 अप्रैल के बाद बीकेटीसी का दल होगा केदारनाथ रवाना, बदरीनाथ में टीम ने किया निरीक्षण
देवभूमि उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट खोलने और पूजा व्यवस्था की समयबद्ध तैयारियों को पूरा करने के लिए श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति का अग्रिम दल 10 अप्रैल के बाद केदारनाथ के लिए रवाना होगा। यह दल कपाटोद्घाटन तक धाम में रहते हुए सभी आवश्यक सुविधाए जुटाएंगा।
इस संबंध में बीकेटीसी के मुख्य कार्यधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि 2 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां समय पर पूरी कर दी जाएंगी। उन्होंने बताया कि अग्रिम दल 10 अप्रैल के बाद धाम भेजा जाएगा।
यह दल वहां बर्फ से हुई क्षति का आकलन करने के साथ ही यात्रा के लिए मंदिर की सफाई व रंग-रोगन के साथ भोग मंडी की सफाई, रावल, मुख्य पुजारी और कर्मचारी आवास की साफ-सफाई कर व्यवस्था सुधारेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष केदारनाथ में समिति के कर्मचारियों के साथ ही बाबा के भक्तों के लिए व्यवस्थाएं बेहतर की जाएंगी।
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इधर, बद्रीनाथधाम में तेजी से पिघल रही बर्फ, एक अप्रैल से शुरू होंगी यात्रा की तैयारियां
वहीं यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बीकेटीसी (बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) और नगर पंचायत की टीम बदरीनाथ धाम पहुंची। टीम ने बताया कि धाम में तेजी से बर्फ पिघल रही है। बर्फबारी से मंदिर समिति की परिसंपत्तियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। एक अप्रैल से यात्रा तैयारियां शुरू हो जाएंगी।
दरअसल बुधवार को यात्रा व्यवस्थाओं को सुचारु करने के लिए बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल और नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित टीम के साथ बदरीनाथ धाम पहुंचे। उन्होंने बताया कि धाम परिसर में बर्फ पूरी तरह से पिघल गई है। जबकि मंदिर के परिक्रमा स्थल में अभी भी करीब तीन फीट तक बर्फ जमी है। सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने बदरीनाथ मंदिर सिंहद्वार परिसर, बस टर्मिनल स्थित स्वागत कार्यालय, समिति के विश्रामगृहों, दर्शन पथ, तप्तकुंड परिसर और अलकनंदा घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने शीतकाल में बदरीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों का हालचाल भी जाना।
बीकेटीसी के मुख्य कार्यधिकारी थपलियाल ने बताया कि मंदिर वेटिंग लाइन में करीब 130 मीटर तक टिन शेड हिमस्खलन होने से क्षतिग्रस्त पड़ा है। बदरीनाथ मंदिर की सीढ़ी व तप्तकुंड के इर्द-गिर्द भी टूट हुई है। उन्होंने धाम में पहुंची टीम को गेस्ट हाउस की रिपेयरिंग के साथ ही सुधारात्मक कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि वे 6 अप्रैल को दोबारा अधिकारियों के साथ बदरीनाथ धाम जाएंगे।
बर्फबारी से नुकसान: नगर पंचायत की परिसंपत्तियों को नहीं हुआ
नगर पंचायत बदरीनाथ के अधिशासी अधिकारी सुनील पुरोहित ने बताया बर्फबारी से नगर पंचायत की परिसंपत्तियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। कहा कि एक अप्रैल को नगर पंचायत की टीम बदरीनाथ धाम पहुंचेगी। धाम में पथ प्रकाश की व्यवस्था, क्षतिग्रस्त रास्तों का सुधारीकरण व अन्य यात्रा सुविधाएं जुटाई जाएंगी।
दिशा निर्देश: यात्रा की तैयारियों के लिए दिए
विजय प्रसाद थपलियाल ने यात्रा पड़ावों पर स्थित टिहरी, घनसाली, कर्णप्रयाग, नंदप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी और जोशीमठ के विश्राम गृहों का निरीक्षण किया। योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर मंदिर की व्यवस्थाओं को देखा। ज्योतिर्मठ में अधिकारी व कर्मचारियों की बैठक लेते हुए उन्होंने यात्रा की तैयारियों के लिए दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर सहायक अभियंता विपिन तिवारी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, कुलदीप भट्ट आदि मौजूद रहे।