अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनेगी साहसिक खेलों की पहचान : CM धामी
– मुख्यमंत्री Dhami ने एनडीआरएफ के तृतीय पर्वतारोहण अभियान शौर्य का किया फ्लैग ऑफ
देवभूमि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन देहरादून में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) द्वारा आयोजित तृतीय पर्वतारोहण अभियान “शौर्य” के फ्लैग आॅफ कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि निश्चित ही हमारे जवान इस अभियान में सफल होंगे और इस टैक पर आने जाने वाले अन्य पर्वतारोहियों को भी मार्गदर्शन देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में साहसिक पर्यटन के अपर संभावनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा विभिन्न क्षेत्रो में साहसिक गतिविधियों और खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही यह भी कहा कि, राज्य सरकार, राज्य में ऐंगलिंग,साइक्लिंग, राफ्टिंग, ट्रेकिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी अनेक साहसिक गतिविधियों को प्रोत्साहिन दे रही है। राज्य में प्रतिवर्ष टिहरी वाटर स्पेर्ट्स , नगार महोत्सव जैसी अनेक प्रतिभोगिताएं आयोजित हो रही हैं।
शासकीय आवास से राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के तृतीय पर्वतारोहण अभियान 'शौर्य' के अंतर्गत पर्वतारोहियों को फ्लैग ऑफ कर रवाना किया। इस अभियान में उत्तरकाशी, गंगोत्री, चिरबासा, भोजवासा, तपोवन तथा कीर्ति ग्लेशियर होते हुए लगभग 6,832 मीटर ऊँची 'केदार डोमश' चोटी को फतह करने जा रहे… pic.twitter.com/tsaETwTEbC
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 21, 2025
आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करेगी सरकार
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधन की मजबूती के लिए निरंतर कार्य कर रही है। आपदा प्रबंधन को आवश्यक संसाधनों, अत्याधुनिक उपकरणों और तकनीक से जोड़ा जा रह्य है। जवानों को आधुनिक एवं तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए प्रशिक्षण केंद्र की भी रथापना की जा रही है। एसडीआरएफ और पुणे की इंडियन कप एकेडमी के बीच समझौता किया गया है। केंद्र सरकार के सहयोग से राज्य सरकार ने उत्तराखंड डिजास्टर एंड रेसिलिएंट प्रोजेक्ट योजना को मंजूरी दी है। जिसके अंतर्गत लगभग 1480 करोड़ रुपए की राशि आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने कै लिए की गई है। इस अवसर पर मुख्य सचिव आनंद बर्डन, डीजीपी दीपम सेठ, आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष विनय रोहेला, सचिव दिनोद सुमन मौजूद स्हे।
केदार डोम नोटी को फतह करना है लक्ष्य
डीजी एनडीआरएफ पीयूष आनंद ने बताया कि ट्रैकिंग का यह अभियान उन हिमालय क्षेत्रों में रेस्क्यू करने के लिए भी सहायक सिद्ध होगा। इससे हमारे जवान उच्च हिमालय क्षेत्रों मे रेस्वयू अभियान करने के लिए सक्षम बनेंगे। इस अभियान में 44 सदस्यों का दल देहरादून, उत्तरकाशी, गंगोत्री, विरक्षसा, भोजवासा, तपोबन व कीर्ति ग्लेशियर से होते हुए लगभग 6,832 मीटर ऊंची ‘केदार डोम’ चोटी को फतह करने के लिए जा रहे है। इस चुनौतीपूर्ण ट्रैक में दुर्गम पर्वतीय रास्ते और हिमनद है।