प्राकृति पर्यटन में मप्र की एक और उपलब्धि, ईको जंगल कैंप कठोतिया को मिला सिल्वर अवार्ड

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भोपाल। प्रकृति पर्यटन (Nature tourism) के क्षेत्र में मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh.) को एक और उल्लेखनीय उपलब्धि (Another remarkable achievement) हासिल हुई है। ईको जंगल कैंप कठोतिया (Eco Jungle Camp Kathotiya) को आईसीआरटी इंडिया और सबकॉन्टिनेंट अवार्ड (ICRT India and Subcontinent Award.) के नेचर पॉजिटिव श्रेणी में सिल्वर अवार्ड मिला है। नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह पुरस्कार मप्र ईको पर्यटन विकास बोर्ड दिया गया। यह जानकारी रविवार को जनसम्पर्क अधिकारी केके जोशी ने दी।

उन्होंने बताया कि यह अवार्ड प्रतिवर्ष आईसीआरटी इंडिया के द्वारा भारत में नेचर एवं रिस्पांसिबल टूरिज्म में उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को दिया जाता है। पुरस्कार वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, , डायरेक्टर जनरल (पर्यटन) भारत सरकार मुग्धा सिन्हा एवं आईसीआरटी फाउंडेशन के डायरेक्टर डॉ. हेरोल्ड गुडविन थे। मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड की ओर से कार्यक्रम में सन्देश माहेश्वरी, सहायक महाप्रबंधक सिद्धार्थ सिंह, परिक्षेत्र अधिकारी वीरपुर एवं ईको पर्यटन समिति कठोतिया के सदस्य मदनलाल, कन्हैया लाल एवं हरि सिंह उपस्थित रहे।

कठोतिया की विशेषता
मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा ईको जंगल कैंप कठोतिया में स्थानीय समुदाय के माध्यम से विभिन्न ईको पर्यटन गतिविधियां जैसे कैम्पिंग, पक्षी दर्शन, गांव का भ्रमण, घने वन क्षेत्रों में प्राचीन चट्टानों आश्रयों, झरनों, पवित्र स्थलों तक ट्रेकिंग और साहसिक गतिविधियां जैसे रैपलिंग, नदी पार करना, संरक्षण शिक्षण गतिविधियाँ और अनेकों प्रशिक्षण कार्यक्रम आदि संचालित किये जाते हैं। आईसीआरटी इंडिया द्वारा समुदाय आधारित ईको पर्यटन मॉडल को भील जैसे आदिवासी स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका सुरक्षित करने, वन विभाग और वनवासियों के बीच सकारात्मक संबंध बनाने और प्रकृति को संरक्षित करने का एक अत्यधिक अनुकरणीय तरीका माना है। इस पुरस्कार से मध्यप्रदेश ईको पर्यटन विकास बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जा रही समुदाय आधारित ईकोपर्यटन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान प्राप्त होगी।

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