Haridwar: गृहमंत्री का बेटा बनकर मंत्री बनाने के नाम पर विधायकों से मांगी रंगदारी, उत्तराखंड के कई विधायक शामिल

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  • दिल्ली से एक आरोपी गिरफ्तार

गृहमंत्री अमित शाह का पुत्र जयशाह बनकर रानीपुर विधायक आदेश चौहान को फोन कर धमकी देते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस-सीआईयू ने राजफाश कर दिया। पुलिस ने दिल्ली से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एक आरोपी को ऊधमसिंहनगर पुलिस ने दबोच लिया, जबकि मुख्य आरोपी हाथ नहीं आ सका है। इस पूरे कांड में उत्तराखंड के कई विधायक शामिल रहे, जिनसे रुपये मांगे गए थे। दरअसल तीनों आरोपियों ने मिलकर रानीपुर विधायक के अलावा रुद्रपुर विधायक शिव अरोड़ा और भीमताल विधायक सरिता आर्य को भी ऐसा ही फोन आया था, उन्हें मंत्री बनाने का झांसा देकर रुपये मांगे गए थे। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

नैनीताल की भाजपा विधायक सरिता आर्य को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे के नाम से जो कॉल आई, उसमें  कहा गया था किआशा ने पेमेंट कर दिया है, आप ज्यादा कर दोगे तो आपको मंत्री बना देंगे। । इस तरह की कॉल रिसीव करने वाली वह भाजपा की अकेली विधायक नहीं हैं। तीन करोड़ रुपये में मंत्री बनाने की कॉल भाजपा के कई विधायकों को आई। उधर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि मामला संज्ञान में है और मुख्यमंत्री से इस मामले में कार्रवाई की मांग की गई है।

बकौल सरिता आर्य, हर महिला विधायक से मंत्री बनाने के नाम पर तीन करोड़ रुपये मांगे गए। पार्टी विधायक रेनू बिष्ट, आशा नौटियाल और पार्वती दास को कॉल आई। मुझे फोन पर कहा गया कि पार्टी की आवश्यकता होती है। मैंने कहा कि क्या करना है, तो उन्होंने बोला कि तीन करोड़ रुपये दो, हम आपको मंत्री बनाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि थोड़ा बहुत पहले कर दो बाकी बाद में कर देना।

यहां तक बोला कि आशा नौटियाल ने पेमेंट कर दी है। आप उनसे ज्यादा दे देंगी तो आपको मंत्री बना देंगे। सरिता आर्य ने कहा कि इसमें पार्टी को बदनाम करने की साजिश हो सकती है। बागेश्वर की भाजपा विधायक पार्वती दास ने भी कहा कि उन्हें भी तीन करोड़ में मंत्री बनाने के संबंध कॉल आई।

टिहरी जिले के एक विधायक ने भी पुष्टि की कि उन्हें इसी तरह की कॉल आई थी, जिसकी जानकारी और नंबर प्रदेश अध्यक्ष को साझा कर दिया गया था। हरिद्वार जिले के दो विधायकों को भी इसी तरह की कॉल आई।

इस पूरे मामले को लेकर एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि 14 जनवरी को रानीपुर विधायक आदेश चौहान को फोन कर बात करने वाले शख्स ने खुद को गृहमंत्री अमित शाह का पुत्र जयशाह बनकर बातचीत की थी। ठग के होने का पता चलने पर जब विधायक ने स्पष्ट बातचीत की तो उसने धमकी देते हुए पांच लाख की रंगदारी मांगी थी। रकम न देने पर अभद्रता करते हुए सोशल मीडिया पर उन्हें बदनाम करने की देने की धमकी दी थी। मामला संज्ञान में आते ही तुरंत मुकदमा दर्ज कर सीआईयू-पुलिस की टीमें गठित कर आरोपियों की खोजबीन में लगाई गई। बहादराबाद एसओ नरेश राठौड़ की अगुवाई में बाजार चौकी प्रभारी यशवीर सिंह नेगी, मुख्य आरक्षी देशराज, आरक्षी बलवंत सिंह, सीआईयू के आरक्षी नरेंद्र सुराग मिलने पर दिल्ली पहुंचे।

एसएसपी ने बताया कि सुराग मिलने पर आरोपी प्रियांशु पंत मूल निवासी बेरीनाग बागेश्वर हाल पता ए ब्लॉक मयूर विहार थाना गाजीपुर पूर्वी दिल्ली को मयूर विहार पूर्वी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी के कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद हुआ। आरोपी उवेश अहमद निवासी मयूर विहार पूर्वी दिल्ली को रुद्रपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे बी वारंट पर हरिद्वार लाया जाएगा। फरार मुख्य साजिशकर्ता गौरव नाथ निवासी सपेरा बस्ती मयूर विहार पूर्वी दिल्ली की तलाश की जा रही है। नैनीताल और रुद्रपुर कोतवाली में भी इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।

पिछले साल नासिक से जेल गया था मुख्य आरोपी

एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि मुख्य आरोपी गौरवनाथ ने पिछले साल अक्तूबर माह में खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में सचिव बताकर विधायक से रंगदारी मांगी थी। इस मामले में नासिक से उसे जेल भेजा गया था। आरोपी ने जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद प्रियांशु, उवेश के साथ मिलकर यहां विधायकों को कॉल पैसे वसूलने की योजना बनाई थी। उसकी योजना थी कि पैसे मिलने के बाद तीनों आपस में बांट लेंगे।

कॉल करने वाले जल्द पकड़ में आएंगे : भट्ट

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि फर्जी कॉल का आना कोई नई घटना नहीं है। हमारे विधायक सतर्क हैं। इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले जनता के सामने आने चाहिए। हमने मुख्यमंत्री से भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जहां तक पार्टी को बदनाम करने का प्रश्न है तो जब तक जांच स्पष्ट नहीं होती है तब तक किसी पर कोई आरोप बनता नहीं है। जहां तक पैसे की डिमांड की गई है, भाजपा के अंदर का कार्यकर्ता ऐसा कर नहीं सकता। संगठन स्तर पर इस पर बातचीत की है। सभी को फर्जी कॉलों से बचना चाहिए।
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