बड़ी राहत: इन अभ्यर्थियों को अब नहीं देनी होगी स्क्रीनिंग परीक्षा

0
  • इस नियमावली में संशोधन को कार्मिक की मंजूरी

उत्तराखंड प्रवक्ता भर्ती सेवा नियमावली में संशोधन को कार्मिक विभाग की मंजूरी मिल गई है। इसके बाद प्रस्ताव कैबिनेट में आएगा। नियमावली में इस बदलाव से प्रवक्ता पद के अभ्यर्थियों को स्क्रीनिंग परीक्षा नहीं देनी होगी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, प्रवक्ता के पद पर भर्ती के लिए अभ्यर्थियों की पहले स्क्रीनिंग और इसके बाद लिखित परीक्षा होती है। स्क्रीनिंग में अभ्यर्थियों से सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इससे देखने में आया कि स्क्रीनिंग परीक्षा में ग्रुप सी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी अच्छे अंक ले आते हैं।

जीव विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, सामाजिक विज्ञान, गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान आदि विषयों के जानकार अभ्यर्थी पीछे रह जाते हैं, जिससे विभाग को विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक नहीं मिल पा रहे। यही वजह है कि पिछले काफी समय से प्रवक्ता भर्ती से स्क्रीनिंग परीक्षा हटाने की मांग की जा रही है। राज्य आंदोलनकारी रविंद्र जुगरान के मुताबिक, छात्र हित को देखते हुए स्क्रीनिंग परीक्षा हटाई जानी चाहिए। स्क्रीनिंग परीक्षा की वजह से विभाग को विषय विशेषज्ञ नहीं मिल पा रहे हैं।

3,107 प्रवक्ताओं के पद खाली

शिक्षा विभाग में प्रवक्ताओं के 3,107 पद खाली हैं। इनमें से 2,269 पदों को पदोन्नति से भरने का प्रस्ताव है। राजकीय शिक्षक संघ से जुड़े सूत्रों के अनुसार, विभाग में प्रवक्ताओं के कई पद खाली होने के बावजूद विभाग में वर्ष 2018 से इन पदों पर पदोन्नति नहीं हुई। सरकार चाहे तो छात्र हित में अन्य विभागों की तरह शिक्षकों की पदोन्नति कोर्ट के अंतिम निर्णय के अधीन रखते हुए कर सकती है।

परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के तहत पंजीकरण के निर्देश

अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती ने प्रधानमंत्री के परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए अधिक से अधिक पंजीकरण कराने के निर्देश दिए हैं। सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश में कहा, कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों की ओर से 15 जनवरी 2025 तक अपने प्रश्नों का पंजीकरण किया जाना है। इसके लिए अपने जिले में अधिक से अधिक पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें।

कार्रवाई : लापरबाही प्रधानाचार्यों का वेतन रोका

विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनवाने में लापरवाही बरतने पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी दशोली ने अग्रिम आदेशों तक आठ प्रधानाचायों के दिसंबर माह के वेतन आहरण पर रोक लगा दी है। शनिवार को शिक्षा विभाग ने अपार आईडी (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) की समीक्षा की।
जिसमें राजकीय इंटर कॉलेज ग्वाड़ देवलधार, राइंका गडोरा, पीपलकोटी, अलकापुरी, डुंग्री-मैकोट, छिनका, माणा धिंघराण और राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गाडी में अपार आईडी बनाने का काम धीमा मिला। इस पर विकास खंड शिक्षा अधिकारी दशोली पंकज कुमार उप्रेरी ने आदेश जारी करते हुए संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के दिसंबर माह के वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है। निर्देश दिए गए कि अपार आईडी संतोषजनक होने पर ही वेतन आहरण पर विचार किया जाएगा।
0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *