रुस ने पूर्वी यूक्रेन के कुराखोव शहर पर किया कब्जा
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पूर्वी सीमा का प्रमुख गढ़ है औद्योगिक क्षेत्र, थर्मल पावर प्लांट व जलाशय भी मौजूद
मॉस्को/कीव। पूर्वी यूक्रेन में रूसी सैनिकों ने एक माह की लंबी लड़ाई के बाद कुराखोब के गढ़ पर कव्जा कर लिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को दावा किया कि करीब 3 वर्ष के युद्ध के दौगन आंशिक रूप से कब्जे बाले दोनेस्क क्षेत्र में नष्ट हुए शहर को क्रेमलिन की विजय सूची में जोड़ दिया गया है।
इस दाबे पर यूक्रेनी अधिकारियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आईं है। इस बीच, रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई में अभी तक कोई कमी नहीं आई है। इससे ठीक पहले रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यूक्रेनी बलों ने रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में एक नया हमला शुरू किया है। अमेरिकी रष्ट्रपति-चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के पद ग्रहण करने के दो सप्ताह के पहले संघर्ष में अनिश्चितता का एक नया तत्व आ गया है। इसमें किसी भी संभावित शांति वार्ता से पहले युद्ध के मैदान में लाभ स्थापित करने के लिए दोनों पक्षों ने कोशिशें बढ़ा दी हैं। ट्रंप ने युद्ध खत्म करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी योजनाएं विस्तार से नहीं बताई हैं, लेकिन उनके राष्ट्रपति बनने से युद्ध के स्वरूप पर असर पड़ने की संभावना है। रूस ने जिस कुराखोव शहर पर कब्जे का
दावा किया है वह पूर्वी सीमा रेखा पर यूक्रेनी सेना का प्रमुख गढ़ रहा है।
तोपखानों लॉकेट, लॉन्चरों से हमले
कुराखोब शहर पर तोपखाने, कई रॉकेट लॉन्चरों, शक्तिशाली निर्देशित बमों और ड्रोनों से लगातार हमले हो रहे हैं। इन हमलों के चलते शहर को अधिकांश इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं हैं। रूस इस साल पूरे दोनेस्क पर कब्जा करने के लिए धीमी और महंगी कोशिश में पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। यूक्रेन के पास अग्निम मोर्चों पर सैनिकों की कमी है और वह बड़ी रूसी सेना को रोकने के लिए दबाव बना रहा है। मालूम हो कि कबीन तीन साल से चल रहे युद्ध में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।