Weather: आधे भारत ने ओढ़ी घने कोहरे की चादर, ट्रेन से लेकर विमान सेवाएं तक चरमराईं

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  • दिल्‍ली में 19 उड़ानों का मार्ग बदला
  • 200 फ्लाइट और 100 ट्रेनें देरी से चलीं
  • दो दिन रहेगा कोहरा

उत्तर से लेकर मध्य और पूर्वोत्तर समेत लगभग आधे भारत ने घने कोहरे की चादर ओढ़ ली है। लगातार दूसरे दिन ज्यादातर क्षेत्रों में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। शीतलहर और घने कोहरे के कारण सड़क यातायात से लेकर ट्रेन व बिमान सेवाएं तक बुरी तरह चरमरा गईं। दिल्ली में उतरने बालीं 19 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा, जबकि 200 से ज्यादा उड़ानों के आवागमन में देरी हुई। समूचे उत्तर भारत में करीब 100 ट्रेनें भी देर से चलीं। अगले दो दिन भी घना कोहरा छाए रहने, पहाड़ों पर हिमपात और कुछ मैदानी इलाकों में बारिश की उम्मीद है। जम्मू-कश्मीर में 5 जनवरी को भारी बारिश व बर्फबारी हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक, 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में घने कोहरे का असर दिखा। दिल्‍ली के पालम, सफदरजंग, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, हरियाणा के हिसार, पंजाब के पटियाला,अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश के बरेली,झांसी, बहराइच, वारणसी, आगरा, गाजियाबाद, लखनऊ,कानपुर, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, राजस्थान के श्रीगंगानगर,बिहार के पूर्णिया, भागलपुर व असम के गुवाहाटी में घने कोहरे के कारण 292 शून्य रही। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा और त्रिपुरा में कई जगहों पर दृश्यता 50 से 200 मीटर के बीच दर्ज की गईं। दृश्यता कम होने से सड़कों पर वाहन रेंगते रहे और पटरियों पर ट्रेनों की रफ्तार थम गईं। तय समय पर उड़ान भरने की विमानों की तैयारी भी धरी की धरी रह गई।

एयरलाइंस ने कहा, मौसम देखकर घर से निकलें

घने कोहरे को देखते हुए इंडिगो एयरलाइंस ने अस्थायी तौर पर सुबह के समय अपने विमानों के आगमन-प्रस्थान पर रोक लगा दी। एअर इंडिया और इंडिगो ने यात्रियों को उड़ानों के समय की जानकारी लेने के बाद ही घर से निकलने की सलाह दी है।

दिल्‍ली के साथ, शनिवार को चंडीगढ़, श्रीनगर,अपृतसर, गुवाहाटी और पटना में सबसे ज्यादा उड़ाने प्रभावित हुईं। दिल्ली में 13 घरेलू, दो अंतरराष्ट्रीय और दो गैर-निर्धारित उड़ानों को कोहरे के कारण लैंडिंग के लिए दूसरे शहरों में भेजना पड़ा। दोपहर तक मौसम साफ होने के बाद उड़ानें सामान्य हुईं।

आठ घंटे से भी अधिक देरी से चलीं ट्रेनें

उत्तर रेलवे की ट्रेनों के संचालन पर सबसे बुरा असर पड़ा है। 59 से अधिक ट्रेनें छह घंटे और 22 से अधिक ट्रेनें आठ घंट से भी अधिक देरी से चलीं। कई अन्य ट्रेनें भी एक से चार घंटे तक देरी से चलाई जा रही हैं। इन ट्रेनों में वंदे भारत, जम्मू राजधानी, आंध्र एक्सप्रेस, ग्रांट ट्रंक एक्सप्रेस भी शामिल रहीं।

MP: कोहरे में लिपटे अधिकतर शहर

मध्यप्रदेश के ज्यादातर शहरों में सुबह कोहरा छाया रहा। हालांकि दिन में धूप खिली रही। अगले दो से तीन दिनों तक कोहरे का असर बना रहेगा। 6-7 जनवरी के बाद प्रदेश के मौसम में बदलाव आएगा और कई जिलों में न्यूनतम त्तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि देखने को मिलेगी। रविवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। फिलहाल प्रदेश की राजधानी भोपाल, जबलपुर, रीवा व ग्वालियर समेत कई जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे बना हुआ है। 15 जनवरी तक भोपाल में कड़ाके की ठंड का दौर जारी रहेगा, जिससे शीतलहर और कोल्ड-डे देखने को मिलेगा। इसलिए मौसम में उतार-चढ़ाव वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान एवं उसके आसपास बना हुआ है। उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिमी होने लगा है। इसके चलते दिन रात के तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा हैं। फिलहाल 6-7 जनवरी तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के साथ ही एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने के आसार हैं

ऐसा रहेगा आने वाले दो दिनों का मौसम

5 जनवरी रविवार को ग्वालियर,श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी,टीकमगढ़, छतरपुर, पन्‍ना, सतना,रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली में मध्यम से घना कोहरा रहेगा। जबकि 6 जनवरी को कुछ जिलों में कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। रातें भी ठंडी ही रहेंगी।

पहाड़ी राज्यों में दो दिन बर्फबारी का अलर्ट

पश्चिमी हिमालयी राज्यों में ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी ने पहाड़ों के साथ ही मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ समेत उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में शीत दिवस जैसी स्थिति बनी हुई है। यहां तक राजस्थान और सुदूर पूर्वी राज्य झारखंड और ओडिशा में भी भीषण शीतलहर की चपेट में हैं। ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे ही बना हुआ है। मौसम विभाग ने 6 जनवरी तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर बारिश और भीषण बर्फबारी को लेकर ऑरिंज अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद ठंड और बढ़ने को संभावना है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इसके प्रभाव से बीते 24 घंटे के दौरान इस क्षेत्र के ज्यादातर इलाकों में भीषण ठंड महसूस की गई। यूपी के कुछ हिस्सों के साथ ही दक्षिण पंजाब और दक्षिण हरियाणा में अलग-अलग स्थानों पर शीत दिवस की स्थिति बनी रही। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर चली। गौरतलब है कि शीत दिवस पर तब होता है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे और अधिकतम तापमान सामान्य से 4-5 डिग्री सेल्सियस नीचे हो। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 5 जनवरी को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। वहीं, उत्तराखंड में 5 और 6 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है। वहीं, ज्यादातर इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा भी बना रह सकता है।

18 साल बाद जनवरी में शिमला में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा पारा

हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भले ही ठंड महसूस की जा रही है। लेकिन राजधानी शिमला में 18 साल बाद जनवरी में शनिवार को रिकॉर्ड अधिकतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले, 30 जनवरी, 2006 को शिमला में सर्वाधिक 21.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था। शहर में शुक्रवार को जनवरी का दूसरा सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम कार्यालय ने कहा कि शिमला में सर्वकालिक उच्चतम न्यूनतम तापमान 24 जनवरी 2009 को 12.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सोलन में रिकॉर्ड गर्माहट दर्ज की गई है। जनवरी में 18 साल बाद सोलन में पहली बार अधिकतम तापमान 29 डिग्री पहुंच गया है। इससे पहले इस माह सबसे ज्यादा पारा 2007 में 27.5 डिग्री रहा था।

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