महाराष्ट्र: NCP नेता व पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या, दो गिरफ्तार
- विधायक बेटे के ऑफिस के बाहर हुआ हमला
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और एनसीपी (अजित) नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार रात मुंबई के बांद्रा में खेरवाड़ी सिग्नल के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर तीन नकाबपोश अपराधियों ने उन पर करीब से छह राउंड फायरिंग की। चार गोली बाबा सिद्दीकी को और एक गोली उनके सहयोगी को लगी। उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बाबा सिद्दीकी ने दम तोड़ दिया। वाइ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त सिद्दीकी की इस तरह हत्या से कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
बाबा सिद्दीकी रात करीब 9.15 बजे ऑफिस से निकले थे। तभी एक कार से तीन लोग बाहर निकले। तीनों ने मुंह पर रूमाल बांधा हुआ था। उन्होंने बाबा सिद्दीकी पर हमला कर दिया। गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी गिर पड़े। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा- दो आरोपी पकड़े गए हैं। इनमें से एक यूपी का है, दूसरा हरियाणा का है। तीसरा आरोपी फरार है।
हमले का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस को सुपारी किलिंग का शक है। घटना की जानकारी लगते ही डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस अस्पताल पहुंचे। अजित पवार भी अपने सारे कार्यक्रम निरस्त कर मुंबई पहुंच गए हैं। देर रात बाबा के मित्र अभिनेता संजय दत्त, सलमान खान और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी भी अस्पताल पहुंच गए। बाबा सिद्दीकी बांद्रा वेस्ट से तीन बार विधायक रहे। वह करीब 48 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहे और इस साल फरवरी में एनसीपी (अजीत) में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उन्हें अगस्त में पार्टी ने बर्खास्त कर दिया। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक है। अभी यह पता नहीं चल सका है कि हत्यारों की मंशा क्या थी? बाबा सिद्दीकी के अंडरवर्ल्ड से भी रिश्ते बताए जाते रहे हैं। फिल्म जगत की नामचीन हस्तियों से साथ भी उनके गहरे रिश्ते रहे हैं।
दाऊद ने कहा था, फिल्म बनेगी ’एक था एमएलए’
बाबा सिद्दीकी का विवादों से गहरा नाता रहा है। उन्हें बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच का ब्रिज भी कहा जाता था। संजय और सलमान उनके करीबी दोस्त हैं। बताया जाता है कि मुंबई की एक जमीन को लेकर बाबा सिद्दीकी और दाऊद के करीबी अहमद लंगड़ा के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दाऊद ने फोन पर बाबा को धमकाया कि रामगोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ’एक था एमएलए’। अब चर्चा शुरू हो गई है कि यह राजनीतिक हत्या है या अंडरवर्ल्ड से कथित रिश्तों के कारण उन्हें मारा गया।