Campaign in US: अमेरिकी प्रशासन से बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिबंध जैसे सख्त कदम उठाने की मांग
- अमेरिका में बांग्लादेश में हिंदू विरोध के खिलाफ मुहिम
सान फ्रांसिस्को/ढाका। बांग्लादेश में लगातार हिंदू विरोधी हिंसा से अमेरिकी हिंदू नाराज हैं। उन्होंने सिलिकॉन वैली में बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान ‘यूनुस से पूछें क्यों’ शुरू किया है। अभियान के तहत कैलिफोर्निया के इस हिस्से में बड़े बड़े होर्डिस्स और बिलबोर्ड लगाए गए हैं।
सिलिकॉन बैली में हिंदू-अमेरिकियों ने रैली निकाली और अमेरिकी प्रशासन से मांग की कि बह बांग्लादेश के खिलाफ प्रतिबंध जैसे सख्त कदम उठाकर उसे हिंदुओं के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए बाध्य करे। यूनाइटेड हिंदू काउंसिल ने पहला बिलबोर्ड क्रिसमस से पहले ओकलैंड में 880-एन और मार्केट स्ट्रीट पर एक प्रमुख स्थान पर लगाया है। संगठन ने कहा कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बातचीत को बढ़ावा देने के लिए अगले तीन महीनों में सघन यातायात ताले क्षेत्रों और प्रमुख पुलों सहित छह प्रमुख स्थानों पर डिजिटल होर्डिंग संदेश प्रदर्शित करेंगे। बयान के अनुसार मोहम्मद यूनुस के शासन में बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा को अफसोसजनक बताया गया हैं।
परिषद ने कहा कि यूनुस को अपनी सरकार में सभी बांग्लादेशियों को शामिल करना चाहिए और अल्पसंख्यकों पर उनके धर्म के आधार पर अत्याचार करना बंद करना चाहिए। परिषद ने अमेरिका में स्थानीय, राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व से बांग्लादेश में सत्तारूढ़ सरकार से मानवाधिकारों की रक्षा करने का आग्रह करने का आह्वान भी किया। सिलिकॉन वैली में एक समर्पित वेबसाइट भी शुरू की गई है जो लोगों को बिलबोर्ड संदेशों को देखने के बाद और अधिक जानकारी देती हैं।
बांग्लादेश में 2009 के विद्रोह की जांच करेगा आयोग
डाका। बांग्लादेश के मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एएलएम फजलुर रहमान ने कहा है कि एक जांच आयोग बांग्लादेश में 2009 के विद्रोह की जांच करेगा और घरेलू-विदेशी साजिशों को उजागर करेगा। ढाका में बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (बीजीबी ) मुख्यालय में आयोग को उद्घाटन बैठक के बाद बोलते हुए उन्होंने कहा, यह एक राष्ट्रीय मुद॒दा है। त्रासदी का पैमाना अद्वितीय है, और हम उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन की घटनाओं की व्यापक जांच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राष्ट्रीय स्वतंत्र आयोग को इसके लिए तीन माह का समय दिया गया है। आयोग प्रमुख ने कहा, शेख हसीना के कार्यकाल में हुई पुरानी जांच के बजाय हम निर्धारित समय में नई जांच पूरी करने के लिए तत्पर हैं।