National Games: कुश्ती में दांव दिखाएंगी हरिद्वार की दो बेटियां और बेटे
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उत्तराखंड की महिला-पुरुष टीम चयनित
देवभूमि उत्तराखंड में चल रहे राष्ट्रीय खेलों में कुश्ती प्रतियोगिता में हरिद्वार के चार बेटे-बेटियां भी अपने दांव दिखाएंगे। इनमें दो बेटे और दो बेटियों का चयन किया गया। बेटे फ्री स्टाइल में देवभूमि उत्तराखंड का पदक दिलाने के लिए दमखम दिखाएंगे। बेटियां महिला कुश्ती में अपनी प्रतिभाएं दिखाएंगी। वंदना कटारिया स्पोर्ट्स स्टेडियम रोशनाबाद में राष्ट्रीय खेल चल रहे हैं। इनमें कबड्डी और हॉकी प्रतियोगिता के बाद 10 से 13 फरवरी तक कुश्ती की स्पर्धा शुरू होगी। राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता में उत्तराखंड की भी 18 सदस्य महिला और पुरुष टीम का चयन किया गया है। इसमें चार सदस्य हरिद्वार जनपद के भी हैं।
इनमें पुरुष वर्ग में रुड़की के मोहित कुमार नौटियाल 57 किलोग्राम भार वर्ग और रुड़की क्षेत्र के ही कलियर के निकट गांव सोहलपुर के शुभम 86 किलोग्राम भार वर्ग में फ्री स्टाइल कुश्ती में अपना हुनर दिखाएंगे। महिला वर्ग में रुड़की क्षेत्र के इमलीखेड़ा की प्राची सैनी 53 किलोग्राम भार वर्ग और हरिद्वार पुलिस में तैनात रजनी बिष्ट 76 किलोग्राम भार वर्ग में कुश्ती लड़ेंगी।
बेटों ने चुनी भारतीय परंपरा की कुश्ती
कुश्ती में दोनों बेटों की ओर से भारतीय परंपरा की कुश्ती को चुना गया है। दरअसल, फ्री स्टाइल कुश्ती बिल्कुल भारत के गांव में खेली जाने वाली कुश्ती की तरह है। इसमें कुश्ती के दोनों खिलाड़ी प्रतिद्वंद्वी को कहीं से भी पकड़कर चित करने में स्वतंत्र होते हैं। इसे राष्ट्रीय खेलों में फ्री स्टाइल कुश्ती कहा जाता है। दूसरी कुश्ती ग्रीको-रोमन (जीआर) होती है, जो एक अंतरराष्ट्रीय अनुशासन से खेली जाती है। कुश्ती के इस रूप में ऊपरी शरीर के हमलों को प्राथमिकता दी जाती है। शरीर के सभी अंगों को पकड़ने की आजादी नहीं होती है।
आस: कुश्ती में पदक की है
हरिद्वार में हो रहे राष्ट्रीय खेलों में कबड्डी में तो खिलाड़ी राज्य को पदक नहीं दिला सके हैं लेकिन, कुश्ती में पदक राज्य को मिलने की आस है। इसके लिए कुश्ती के खिलाड़ी पदक लाने के लिए खूब पसीना बहा रहे हैं ताकि राज्य की झोली में पदक डाला जा सके। साथ पदक जीतकर अपना और धर्मनगरी का नाम रोशन किया जा सके।