Chamoli Glacier Burst: चमोली एवलांच में फंसे 32 मजदूरों को निकाला बाहर, कल फिर शुरू होगा रेस्क्यू

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  • चमोली में दिखा एवलांच का तांडव

Uttarakhand Glacier Burst Live: उत्तराखंड में निर्माणाधीन चमोली बद्रीनाथ हाईवे पर शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया है। यहां बर्फबारी के बाद बर्फ में हाईवे का काम करने वाले 57 मजदूर दब गए हैं, अब तक 10 लोगों को बचाया जा चुका है। वहीं अभी 47 मजदूर अभी भी बर्फ में ही दबे हैं. BRO और जिला प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच चुके हैं। इसके अलावा आईटीबीपी की टुकड़ी भी पहुंच चुकी है और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो गया है] हालांकि बर्फबारी के कारण हाईवे बंद होने से एनडीआरएफ की टीम अभी नहीं पहुंच पाई है।

 

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एसडीआरएफ व एनडीआरएफ मौके के लिए रवाना हुई है, लेकिन हाइवे बंद होने के कारण वो रास्ते में ही फंसे हैं। वहीं डीएम डॉ. संदीप तिवारी के अनुसार निर्माण में लगे 57 मजदूर फंसे हैं. वहीं एयर फोर्स से मदद मांगी जा रही है. बंकरों को चेक किया जा रहा है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है।

 

UPDATES: कब क्या हुआ? ऐसे समझें

शाम करीब 06:30 बजे आई सूचना के अनुसार चमोली हादसे में 32 लोग सुरक्षित बताए गए। वहीं बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांडुकेश्वर से आगे रास्ता पूरी तरह से बर्फ से ढका है और रेस्क्यू टीम पांडुकेश्वर में रुकी हुई है।

 

इसके बाद शाम करीब 06:47 बजे आई सूचना के अनुसार चमोली एवलांच की चपेट में जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मजदूर आए हैं। ये सब बीआरओ की कार्यदायी संस्था के मजदूर बताए जाते हैं। कहा जा रहा है कि मजदूर वहां कंटेनर में सो रहे थे, इसी दौरान कंटेनर के ऊपर हिमस्खलन हो गया।

वहीं शाम करीब 06:52 बजे एडीएम चमोली विवेक प्रकाश ने बताया की इन 32 लोगों को रेस्क्यू करके आईटीबीपी के माना कैंप में रखा गया है। अब कल सुबह रेस्क्यू आपरेशन फिर शुरू किया जाएगा।

इसके बाद शाम करीब 07:18 बजे चमोली एवलांच पर जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने कहा, “एवलांच में फंसे 57 मजदूरों में से 32 श्रमिकों को बचा लिया गया है।” उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया, “शाम 5:00 बजे तक 32 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया था। बाकी 25 लोगों को निकालने की प्रक्रिया जारी है। चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम से 6 किलोमीटर आगे एवलांच में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।”

 

 

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