By Election @Uttarakhand Voting Live : मंगलौर में 56.21 तो बद्रीनाथ में 40.05 फीसदी हुआ 3 बजे तक मतदान
Uttarakhand By-Election 2024 Voting @Uttarakhand Assembly Live News: देवभूमि उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर आज बुधवार 10 जुलाई को उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से एक मंगलौर सीट पर जहां बसपा विधायक के निधन के बाद से यह सीट खाली चल रही थी। वहीं दूसरी ओर बदरीनाथ सीट पर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। ऐसे में आज हो रहे उपचुनाव से जुड़ी पल-पल की कुछ खास खबर हम यहां बता रहे हैं…
Live Update
तीन बजे तक का मतदान : 03:55 PM, 10-JUL-2024
विधानसभा उपचुनाव में दोपहर तीन बजे तक बदरीनाथ (चमोली) में 40.05 प्रतिशत जबकि मंगलौर (हरिद्वार) में 56.21 प्रतिशत मतदान हुआ।
मंगलाैर के पोलिंग बूथ पर हंगामा : दोपहर 03:20 PM पर…
इस दौरान मंगलाैर में किसान इंटर कॉलेज मुंडलाना में लोगों ने धीमी गति से मतदान का आरोप लगाया। लोगों का कहना था कि वह सुबह नाै बजे से लाइन में लगे हैं, लेकिन ढाई बजे तक भी उनका नंबर नहीं आया। जिसके बाद यहां हंगामा हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ी। यहां पहले काॅलेज के गेट के अंदर लाइन लग रही थी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए लोगों को बाहर खड़ा किया। वहीं, हंगामे की आशंका को लेकर यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंगलौर फायरिंग प्रकरण : सामने आया जिला प्रशासन हरिद्वार का बयान : दोपहर 02:21 बजे…
मंगलौर फायरिंग प्रकरण में जिला प्रशासन हरिद्वार ने बताया कि मंगलौर उपचुनाव के दौरान मतदेय स्थल पर फायरिंग की सूचना पूर्णरूप से तथ्यहीन है।
एक बजे तक मतदान : दोपहर 01:30 PM…
मंगलौर विधानसभा उप निर्वाचन में अपराह्न 01 बजे तक 44.10 % मतदान हुआ है। वहीं बदरीनाथ विधानसभा में 34.50 प्रतिशत मतदान हुआ है।
BJP प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने किया मतदान : दोपहर 12:24 PM…
पोखरी ब्राह्मण थाला में अपने गांव के पोलिंग बूथ पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद महेन्द्र प्रसाद भट्ट ने मतदान किया।
11 बजे तक दोनों सीटों में मतदान : सुबह 11:44 AM…
मंगलौर – 26.99%
बदरीनाथ – 21.20%
आठ से दस राउंड हवाई फायरिंग हुई : सुबह 11:35 AM…
मंगलौर सीट पर मतदान के दौरान आठ से दस राउंड हवाई फायर हुए। मामले में एसपी ग्रामीण रुड़की, हरिद्वार स्वपन किशोर ने बताया कि असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने की बात के बारे में जानकारी एकत्रित की जा रही है। फिलहाल स्थिति सामान्य है और शांतिपूर्वक तरीके से चुनाव हो रहा है।
पहली बार 3838 मतदाता अपने गांव में देंगे वोट : सुबह 10:35 AM…
सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास ने बताया कि बदरीनाथ विधानसभा क्षेत्र के सीमांत क्षेत्रों में पहली बार नौ हाई एल्टीट्यूड पोलिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जिनमें 17 गावों के 3838 मतदाता मतदान करेंगे। राज्य बनने के बाद से सामान्य रूप से विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों के दौरान शीतकाल में इन क्षेत्रों में स्थानीय मतदाताओं की ओर से प्रवास न किए जाने की स्थिति में उनके ग्रीष्मकालीन प्रवास वाले गांवों में मतदान की व्यवस्था की जाती थी।
मारपीट पथराव के बाद अब शांतिपूर्ण ढंग से मतदान शुरू : सुबह 10:22 AM…
मंगलौर विधानसभा सीट के लिब्बरहेडी के बूथ पर मारपीट और पथराव के बाद अब मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हो पाया है। मामले की सूचना मिलते ही हरिद्वार प्रशासन यहां मौके पर पहुंचा।
भारी फोर्स मौके पर तैनात
इससे एक दिन पहले यानि मंगलवार 09 जुलाई को रात करीब नौ बजे बूथ पर तैनात रुड़की सिविल लाइंस प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी का कहना था कि वह लिब्बरहेडी बूथ पर मौजूद हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में लाठी-डंडे चले हैं जिसमें कुछ लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। मौके पर फोर्स तैनात की गई है।
केदारनाथ भाजपा विधायक शैलारानी रावत का निधन
वहीं दूसरी ओर इससे एक दिन पहले यानि मंगलवार को देवभूमि उत्तराखंड के केदारनाथ से भाजपा विधायक शैलारानी रावत का निधन हो गया। दरअसल कुछ समय पूर्व ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ की सीढ़ियों से गिरने के कारण विधायक शैलारानी की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर आ गया था। परिजनों द्वारा उन्हें हायर सेंटर ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई, पर वह सफल नहीं हो पाईं थी। उन्होंने मंगलवार रात को देहरादून के मैक्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। विधायक के भाई व उत्तराखंड प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा ने इसकी पुष्टि की है। वह 68 साल की थीं। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक स्थान पर होगा।
ज्ञात हो कि वर्ष 2017 में विस चुनाव प्रचार के दौरान शैलारानी रावत गिर गई थीं, जिससे उन्हें आंतरिक चोट आई थी। चोट से मांस फटने के कारण उन्हें कैंसर भी हो गया था। करीब तीन वर्ष तक चले इलाज के बाद वह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौटी और फिर से राजनीति में सक्रिय हो गईं थीं। ऐसे में अब उनके निधन के बाद यह सीट खाली हो गई है।