Uttarakhand News: विधि विधान से खुले केदारनाथ धाम के कपाट
विश्वप्रसिद्ध 11वें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट जय बाबा केदारनाथ के उदघोष तथा सेना के ग्रेनेडियर रेजीमेंट की बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच 10 मई को ठीक 7 बजे विधि विधान से खुल गये है।
इस अवसर पर दस हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के गवाह बने। देवभूमि उत्तराखंड़ के मुख्यमंत्री धामी कपाट खुलने के अवसर पर विशेषरूप से मौजूद रहे उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को बधाई देने के साथ ही देश एवं प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। कहा कि इस बार चारधाम यात्रा अपना नया कीर्तिमान बनायेगी प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पूर्णतया प्रतिबद्ध है।
इस दौरान सात हजार से भी अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने के साक्षी बने मंदिर को 20 किंवटल से भी अधिक फूलों से सजाया गया था साथ ही कपाट खुलते समय तीर्थयात्रियों पर आकाश से हैलीकाप्टर द्वारा फूलों की वर्षा भी की गई और श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह भंडारों का आयोजन भी किया गया था।
मुख्य सेवक भंडारा कार्यक्रम समिति ने भी भंडारें आयोजित किये। केदारनाथ में मौसम साफ रहा। आसपास तथा दूर बर्फ होने से शीत लहरें चलती रही। कपाट खुलने की प्रक्रिया के तहत बृहस्पतिवार 9 मई शाम को भगवान केदार नाथ की पंचमुखी उत्सव मूर्ति पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों गुप्तकाशी, फाटा एवं गौरीकुंड से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंच गयी थी।
शुक्रवार प्रातः चार बजे से मंदिर परिसर तथा दर्शन पंक्ति में यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था उसके बाद ही मुख्यकार्याधिकारी योगेंद्र सिंह पुजारी धर्माचार्य वेदपाठी तथा केदार सभा के पदाधिकारी भी पूरब द्वार से मंदिर पहुंच गये उसके पश्चात रावल धर्माचार्य तथा पुजारी गणों ने द्वार पूजा शुरू कर भगवान भैरवनाथ तथा भगवान शिव का आव्हान किया इसके बाद ही ठीक सुबह सात बजे बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिये गये। कपाट खुलने के बाद ही भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया।
उसके पश्चात श्रद्धालुओं ने दर्शन शुरु किये। कपाट खुलने के अवसर पर बद्रीनाथ-केदारनाथ समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बीते यात्राकाल में रिकार्ड तीर्थ यात्री केदारनाथ धाम पहुंचे थे और इस वर्ष भी श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी जिसके लिए धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तथा मंदिर समिति यात्री सुविधाओ के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के अनुसार 6 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान भैरवनाथ जी की पूजा हुई थी, भगवान केदारनाथ की पंचमुखी भोगमूति 9 मई को ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से विभिन्न पड़ावों से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंची थी 10 मई ठीक प्रातः 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोल दिये गये थे।
कपाट खुलने के पश्चात भगवान केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से श्रृंगार रूप दिया गया, इसके बाद ही तीर्थ यात्रियों ने दर्शन करने शुरु किये। जारी प्रेस विज्ञप्ति बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि शनिवार 11 मई को केदारनाथ धाम में भकुंट भैरव मंदिर के द्वार खुलने के साथ ही केदारनाथ मंदिर में नित्य प्रति आरतियां एवं संध्याकालीन आरतियां शुरू हो जाएंगी। आज कपाट खुलने के समय स्थानीय लोगों सहित केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग, पुजारी शिवशंकर लिंग आदि मौजूद रहे।