Dehradun: डोभाल चौक गोलीकांड…मुख्य आरोपी रामबीर और अंकुश को कोर्ट ने भेजा जेल, पुलिस ने मांगी कस्टडी रिमांड

dehradun dobhal chowk firing incident court sent rambir and ankush to jail police sought custody remand 2024
देहरादून के रायपुर में डोभाल चौक पर गोलीकांड के मुख्य आरोपी रामबीर और भारद्वाज के गुर्गे अंकुश को पुलिस ने बुधवार को न्यायालय में पेश किया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इसके साथ ही हथियार आदि बरामद करने के लिए पुलिस ने दोनों का कस्टडी रिमांड मांगा। कोर्ट ने पुलिस कस्टडी रिमांड पर सुनवाई के लिए 21 जून की तिथि मुकर्रर की है। पुलिस ने दो दिन की कस्टडी रिमांड की मांग की है।
गत रविवार की रात को डोभाल चौक के पास रहने वाले सोनू भारद्वाज के घर पर अपनी कार लेने गए तीन युवकों को गोली मारी गई थी। इस में दीपक बडोला की मृत्यु हो गई थी। जबकि, मनोज नेगी और सुभाष क्षेत्री घायल हो गए थे। घायलों का श्रीमहंत इंदिरेश अस्पताल में इलाज चल रहा है। गोली मारने वाला मुख्य आरोपी रामबीर अपने दोस्त मनीष के साथ मौके से भाग निकला था। उसे पुलिस ने मंगलवार को राजस्थान से गिरफ्तार किया है। जबकि, सोनू को उकसाने वाला आरोपी अंकुश देहरादून से पुलिस के हत्थे चढ़ा था। पुलिस ने बुधवार को दोनों को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
फिलहाल पुलिस को रामबीर का वह हथियार नहीं मिला है जिससे उसने गोलियां चलाई थीं। ऐसे में पुलिस अब रामबीर को कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ करना चाहती है। पुलिस की ओर से अदालत में आरोपियों की दो दिन की कस्टडी रिमांड की अर्जी दी थी। लेकिन कोर्ट ने इस पर सुनवाई के लिए 21 जून की तिथि नियत की है।
बताया जा रहा है कि आरोपी रामबीर ने अपने हथियार को मुजफ्फरनगर में छुपाया है। रामबीर मुजफ्फरनगर का ही रहने वाला है। देहरादून में घटना को अंजाम देने के बाद वह अपने परिवार के संग राजस्थान भाग गया था। पुलिस ने उसे राजस्थान के कोटपुलती इलाके से दबोचा था। इसके साथ ही दो बदमाशों मनीष और योगेश कुमार को बहादराबाद हरिद्वार में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। योगेश कुमार गोलीकांड के दौरान घटनास्थल पर बदमाशों के साथ था। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी थी।