Chamoli Avalanche: मोर्चे पर डटे सीएम धामी…बचाव कार्यों की जानकारी आपदा परिचालन केंद्र पहुंचकर ली
-
मुख्यमंत्री धामी ने की सैलानियों से ये अपील
सीएम पुष्कर सिंह धामी चमोली में हिमस्खलन की घटना के बाद से ही मोर्चे पर डटे हैं। कल उन्होंने घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण किया था। आज सुबह वह फिर आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने अधिकारियों से चमोली में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली में माणा के निकट हुए हिमस्खलन क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का लिया जायजा। pic.twitter.com/xXYwYQ0rmZ
— Adesh Chauhan (@AdeshchauhanUK) March 1, 2025
चार मजदूर हैं लापता, तलाश जारी
जिला प्रशासन के अनुसार, हिमस्खलन के दौरान 55 मजदूरों के फंसे होने की खबर थी। अब सामने आया है कि एक मजदूर पहले ही अपने घर चला गया था। वहां 54 मजदूर ही थे। जिसमें से 50 को रेस्क्यू कर निकाला गया है। जिसमें से चार की मौत हो चुकी है। चार लापता की तलाश जारी है।
LIVE: आपदा परिचालन केंद्र से जनपद चमोली में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी लेते हुए
https://t.co/RMCTzW9IZ3— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 2, 2025
मजदूरों की तलाश में एसडीआरएफ की टीम कैमरों के साथ रवाना
पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल के निर्देशानुसार टीम विक्टिम लोकेटिंग और थर्मल इमेज कैमरा के साथ हेलीकॉप्टर से रवाना हो गई है। यह टीम अब कैमरों से श्रमिकों की तलाश करेगी।
LIVE: आपदा कंट्रोल रूम, देहरादून में प्रेस वार्ता https://t.co/8Z4teKsvxj
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 2, 2025
UPDATE:
CM धामी की सैलानियों से अपील, तीन दिन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न करें यात्रा
वहीं सीएम धामी ने कहा कि अत्यधिक बर्फबारी के कारण हिमस्खलन की संभावनाओं के मद्देनजर औली, हर्षिल आदि अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों के विभिन्न रिसार्ट में रह रहे सैलानियों को सुरक्षा के दृष्टिगत सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा। सीएम ने सैलानियों से अगले तीन दिन इन क्षेत्रों में यात्रा न करने की अपील की है। साथ ही स्थानीय प्रशासन को सुरक्षा के दृष्टिगत सभी जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि माणा में हवाई सर्वेक्षण के दौरान उन्हें यह आभास हुआ कि भारी बर्फबारी के कारण अलकनंदा नदी जम सी गई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि रेकी कर इसकी जांच की जाए कि कहीं इससे कोई खतरा तो नहीं है।
उन्होंने विशेषज्ञ संस्थानों को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने तथा यदि कोई खतरे की स्थिति हो तो तुरंत सुरक्षात्मक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने एरियर सर्वे, मैनुअल सर्वे तथा सेटेलाइट सर्वे कर जल्द रिपोर्ट देने को कहा है।