Hemkund Sahib: रामढुंगी में 20 फीट ऊंचे हिमखंड ने बढ़ाई मुश्किलें
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इस हिमखंड को पार करना संभव नहीं होने के चलते आधे रास्ते से लौटी निरीक्षण टीम
देवभूमि में इस बार अनेक स्थानों पर हिमखंड पसरे हुए देखने को मिले हैं, जहां एक ओर हनुमान चट्टी से बदरीनाथ धाम तक 10 किलोमीटर क्षेत्र में नौ जगहों पर हिमखंड पसरे होने की पिछले दिनों खबर सामने आई। वहीं हेमकुंड साहिब के आस्था पथ पर रामढुंगी के पास भी भारी भरकम हिमखंड आया हुआ है। जिसके चलते मार्ग का निरीक्षण करने गई टीम यहां से वापस लौट आई है।
गुरुद्वारा की टीम हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग का निरीक्षण करने के लिए गई थी, लेकिन हेमकुंड साहिब यात्रा के प्रमुख पड़ाव रामढुंगी से दो किमी पहले रामढुंगी के पास करीब 20 फीट ऊंचा हिमखंड पसरा है। इस हिमखंड को पार करना संभव नहीं था। जिसके चलते टीम आगे नहीं जा पाई। हेमकुंड साहिब के प्रवेश द्वार गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि रास्ते में हिमखंड होने से टीम को वापस लौटना पड़ा है।
हेमकुंड साहिब की यात्रा 25 मई से शुरू होनी है। लेकिन बर्फबारी के चलते हेमकुंड साहिब आस्था पथ पर काफी नुकसान हुआ है। ख्वानपुल के पास यात्रा मार्ग करीब 30 मीटर तक क्षतिग्रस्त है। जबकि रामढुंगी से आगे टीम के नहीं पहुंच पाने से वहां की स्थिति स्पष्ट नहीं है।
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ऐसे में 25 मई से शुरु होने वाली हेमकुंड साहिब की यात्रा से पहले यात्रा मार्ग को सुधारना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी। रामढुंगी से आगे जाने के लिए पहले वहां से हिमखंड को साफ करना होगा। उसके बाद ही वहां से आगे बढ़ा जा सकता है।
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वहीं दूसरी ओर गोविंदघाट में भूस्खलन से टूटे मोटर पुल के स्थान पर बेली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) की ओर से बनाए जा रहे बेली ब्रिज का एक तरफ का एलाइमेंट तैयार हो चुका है।
इस संबंध में लोनिवि के अधिकारियों का कहना है कि पुल निर्माण कार्य तेजी से जारी है। 70 से ज्यादा मजदूर इसमें काम कर रहे हैं। पुल को यात्रा से पहले पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा।