डॉ. सुरभि हत्याकांड की गुत्थी घटना के एक दिन भी बाद भी नहीं सुलझ पाई, पुलिस को इन पर मर्डर का शक…

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पटना, पुलिस साक्ष्य के लिए सुरभि के मोबाइल का सीडीआर निकलवाने सहित संदिग्धों का टावर लोकेशन खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपित की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है। गिरफ्तारी के बाद हत्या की वजह का पता चलेगा।

डॉ. सुरभि हत्याकांड: अस्पताल के CCTV में नहीं दिखा संदिग्ध; पुलिस को इन पर है मर्डर का शक

एशिया हॉस्पिटल की डायरेक्टर सुरभि राज की हत्या की गुत्थी घटना के एक दिन भी बाद भी नहीं सुलझ पाई है। पुलिस का मानना है कि हत्या करने वाला कोई करीबी है। उधर, सुरभि के पिता राजेश सिन्हा के बयान पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। उन्होंने हत्या की साजिश में अस्पताल के कर्मियों के शामिल होने का संदेह जताया है।

सुरभि के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि उनके दामाद राकेश रौशन ने शनिवार की दोपहर कॉल कर बेटी के गिरने और बेहोश होने की सूचना दी थी। सूचना मिलने के बाद वे अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि बेटी की गोली मार हत्या कर दी गई है।
अगमकुआं थाना क्षेत्र के धनुकी मोड़ स्थित एशिया हॉस्पीटल की संचालिका सुरभि राज को शनिवार की दोपहर उनके ही चैंबर में गोलियों से भून दिया गया था। उनके सिर सहित शरीर के अन्य हिस्से में सात गोलियां मारी गई। जिससे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी। घटना की सूचना काफी देर से पुलिस को मिली। वहीं, पुलिस के पहुंचने से पहले सुरभि के खून के निशान धो दिए गए थे।

अस्पताल पहुंचकर की तफ्तीश

उधर रविवार को पोस्टमार्टम के बाद गुलबी घाट पर शव का दाह संस्कार करा दिया गया। रविवार को अगमकुआं थानाध्यक्ष नीरज कुमार पांडे के साथ पुलिस की टीम ने एशिया अस्पताल पहुंचकर मामले की तफ्तीश की। सारे साक्ष्य दोबारा से खंगाले। एएसपी अतुलेश झा ने बताया कि घरवालों ने साजिश की बात कही है। फिलहाल परिजनों से पूछताछ की जा रही है।

एसएसपी अवकाश कुमार ने भी घटनास्थल से साक्ष्य मिटाने की बात कही है। फिलहाल पुलिस आपसी विवाद सहित तमाम कोणों से मामले की जांच कर रही है। लेकिन अभी भी बड़ा सवाल यह बना हुआ है कि सुरभि की हत्या किसने और क्यों की? लिहाजा पुलिस और फोरेंसिक की टीम मिलकर साक्ष्यों का मिलान के अलावा तकनीकी सर्विलांस से मामले की छानबीन मे जुटी है। पुलिस ने रविवार को अस्पताल के आधा दर्जन कर्मियों से पूछताछ की। पुलिस को संदेह है कि साजिशकर्ता को सुरभि की हर गतिविधि और वहां लगे सीसीटीवी कैमरे के बारे में जानकारी थी।

सीसीटीवी फुटेज में नहीं दिखा संदिग्ध

घटना के वक्त अस्पताल का सिर्फ एक सीसीटीवी कैमरा काम कर रहा था। उस कैमरे में कोई संदिग्ध पुलिस को अस्पताल के अंदर आता-जाता नहीं दिखा। कयास लगाया जा रहा है कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित या तो अस्पताल के पीछे के दरवाजे से निकल गया या वह वहीं मौजूद था। पुलिस साक्ष्य के लिए सुरभि के मोबाइल का सीडीआर निकलवाने सहित संदिग्धों का टावर लोकेशन खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपित की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है। गिरफ्तारी के बाद हत्या की वजह का पता चलेगा।

अयोध्या में बेटे का जन्मदिन मनाने का था कार्यक्रम

राजेश रोशन और सुरभि राज की शादी सात वर्ष पहले हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। दो दिन पहले ही सुरभि का छोटा बेटा रुद्राक्ष उर्फ डुग्गू का जन्मदिन था। उसका जन्मदिन बाजार समिति स्थित एक हॉल में मनाया गया था। परिजनों ने बताया कि पहले जन्मदिन के मौके पर परिवार की अयोध्या जाने की योजना थी। लेकिन अस्पताल में ऑडिट होने की वजह से उन्हें अयोध्या जाने के कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा था। घटना वाले दिन सुरभि राज के दोनों बेटे अपनी बुआ के घर बजरंगपुरी में थे।

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