भगोड़े जाकिर नाइक से मनोज चौहान ने पूछा सीधा सवाल, तो हड़बड़ाकर करने लगा इधर-उधर की बातें

0
  • कट्टरपंथ पर हिंदू प्रोफेसर ने पूछ लिया चुभता सवाल
  • जाकिर नाइक के सामने मंच पर किया देवी श्लोक का पाठ
shame Fugitive Zakir Naik
shame Fugitive Zakir Naik

भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) को पाकिस्तान के इस्लामाबाद में ही ठीक उसके सामने एक हिंदू धार्मिक विद्वान (hindu scholars) ने ऐसा चुभता सवाल पूछ लिया, कि एक बार तो खुद भगोड़ा नायक (Fugitive Zakir Naik) भी कांप उठा!

दरअसल इस सवाल के साथ ही हिंदू धार्मिक विद्वान प्रोफेसर मनोज चौहान (Hindu Scholar Manoj Chauhan) ने कट्टर इस्लाम को लेकर भगोड़े जाकिर (Fugitive Zakir Naik) को सीधे आईना दिखा दिया। जिससे वह कुछ हद तक हैरान रह गया और इधर उधर की उलजुलुल बातें करने लगा।

इस दौरान भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) के सामने मंच पर ही पाकिस्तानी हिंदू विद्वान (hindu scholars) ने संस्कृत श्लोक पढ़कर अपनी बात का प्रारंभ किया। यहां उन्होंने भागवत गीता का जिक्र करते हुए भगोड़े इस्लामिक उपदेशक (Fugitive Zakir Naik) से कट्टरपंथ पर सवाल पूछ लिया, जिसका खुद भगोड़े जाकिर (Fugitive Zakir Naik) को विश्वास नहीं था।

अचानक पाकिस्तान जैसे देश में आए ऐसे सवाल को सुनकर भगोड़ा जाकिर (Fugitive Zakir Naik) एकाएक कांप सा गया। और पाकिस्तानी हिंदू प्रोफेसर मनोज चौहान (Hindu Scholar Manoj Chauhan) के सवाल का जवाब देने की बजाय पहले तो वह एकटक प्रो.चौहान को ताकता रहा, फिर अपनी (Fugitive Zakir Naik) बारी आने पर हकबकाया व पगलाया सा शुरु में अजीब बहकी-बहकी सी इधर-उधर की बातें करने लगा।

भागवत गीता का प्रोफेसर चौहान ने किया जिक्र
दरअसल इस कार्यक्रम के दौरान प्रोफेसर चौहान (hindu scholars) की ओर से कहा गया कि, ‘भगवान श्रीकृष्ण ने भागवद गीता में कहा है कि, हे’ मनुष्य समाज तेरी कर्मभूमि है और तू अपने कर्मों से ही मापा जाएगा। अत: तू कर्मों से भाग मत, तेरा कर्म ही तेरा कर्तव्य है और तेरा कर्तव्य ही तेरा धर्म है। लेकिन ये धर्म सिर्फ तेरे भले के लिए है, तो वह धर्म पाप की ओर जाने वाला है। इसलिए तू अपनों से मुक्त होकर समाज के लिए काम कर, वही मोक्ष का मार्ग है।’

चुभा जो सवाल: मजहबी कट्टरपंथ पर 
अपनी बात की शुरुआत करने के बाद प्रोफेसर मनोज चौहान (hindu scholars) ने भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) से प्रश्न किया कि ‘सम्पूर्ण दुनिया में, यहां तक कि भूमध्य सागरीय देशों में तक मजहब के नाम पर लोगों को मारा जा रहा है। ऐसा करने से मजहब बदनाम हो रहा है। मेरा सवाल है कि पाकिस्तान सहित दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जो मजहब के नाम पर अलगाव का प्रसार कर रहे हैं, तो उसको रोकने के लिए हमें क्या करना चाहिए?’

सवाल सुनते ही जहां कार्यक्रम में मौजूद अधिकांश लोग सन्नाटे में आकर प्रो. चौहान (hindu scholars) को देखने लगे। तो वहीं इसके बाद भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) जब हकबकाया सा जवाब देने के लिए खड़ा हुआ तो सीधी बात का सीधा जवाब देने के बजाय अजीब सी बहकी-बहकी  (इधर-उधर के बारे में) बातें करने लगा।

इसके बाद जब उसकी समझ में आया कि लोग सब देख व समझ रहे हैं तो भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) ने सवाल को दोहराते हुए कहा कि, भाई साहब का सवाल बहुत अहम है कि आखिर मजहब के नाम पर झगड़ें क्यों होते हैं, इसका हल क्या है? फिर एक बार बात को बदलते हुए भगोड़े जाकिर नाइक (Fugitive Zakir Naik) ने कहा, ‘मेरे पास कुरान की एक आयत है जिसे मैं मास्टर की कहता हूं।’ भगोड़े नाइक (Fugitive Zakir Naik) ने आगे कहा कि इसमें कहा गया है कि ‘आइए हम उस बात की तरफ चलते हैं, जो हमारे बीच एक है।’

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *