सोरोस को सर्वोच्च पुरस्कार मिलने पर, रिपब्लिकन बोले-भद्दा मजाक

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  • ट्रंप की टीम में शामिल मस्क ने कहा-मानवता से नफरत करने वाले को किया जा रहा सम्मानित

वाशिंगटन। अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत विरोधी गतिविधियों के आरोपी व विवादितगनिवेशक जॉर्ज सोरोस, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी विलंटन व लियान मेस्सी समेत 19 लोगों को देश का सर्वोच्च नामरिक पुरस्कार प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम प्रदान किया। सोरोस को अमेरिका का सर्वोच्च पुरस्कार प्रदान किए जाने पर रिपब्लिकन पार्टी के कई नेता बिफर पड़े।

पूर्व गवर्नर निक्‍की हेली से लेकर डोनाल्ड ट्रंप के सहयोगी एलन मस्कद तक ने बाइडन सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की और इसे भद्दा मजाक करार दिया। बाइडन ने व्हाइट हाउस में आयोजित समारोह में कहा, मुझे राष्ट्रपति के रूप में अंतिम बार असाधारण लोगों को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्रदान करने का अवसर मिला है। इन्होंने अपनी अंतरदृष्टि व प्रभाव से हमारे देश पर एक अविश्वसनीय छाप छोड़ी है। इसे दुनियाभर के प्रमुख शहरों व दूरदराज के क्षेत्रों में देखा जा सकता है। समारोह में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन समेत कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं।

इन हस्तियों को दिया गया पुरस्कार

बाइडन ने बोग की प्रधान संपादक एना विंटोर, वैज्ञानिक बिल नेई, अभिनेता डेनजेल वाशिंगटन को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्रदान किया। पर निर्धारित कार्यक्रमों के कारण फुटबॉलर लिबोनेल मेस्सी व्हाइट अनुपस्थित रहे । इनके अलावा नस्‍ली न्याय के लिए संघर्ष करने वाले फैनी लू हैमर व पूर्व अटॉर्नी जनरल आरएफ कैनेडी, पूर्व रक्षा मंत्री रहे एश्टन कार्टर व कारोबारी जॉर्ज डब्ल्यू रोमनी को मरणोपरांत यह पुरस्कार प्रदान किया गया।

सोरोस को पुरस्कार अमेरिका के मुंह पर तमाचा : हेली

रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति प्रत्याशी बनाए जाने की दौड़ में शामिल रहीं पूर्व गवर्नर निक्‍की हेली ने सोशल मीडिया में लिखा, जॉर्ज सोरोस को प्रेसिडंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम दिया जाना अमेरिका के मुंह पर एक और करारा तमाचा है। डोनाल्‍ड
ट्रंप जूनियर ने एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, सोरोस जैसे जोकर को नहीं दिया जाना चाहिए प्रेसिडेंशियल मेडल।

मस्क ने विरोध में किए कई पोस्ट

अमेरिका के नवनिवचित राष्ट्रप्री डोनाल्‍ड ट्रंप की वरफ़ से डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंशी के प्रमुख तौर पर नामित अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर सोग्रेस के सम्पान के विरोध में कई पोस्ट किए। मस्क ने एक मम पोस्ट किया जिसमें उन्होंने सोरोस्न की हुलना स्टार वार्स के डार्थ सिडियस से की और मजाक करते हुए लिखा सोरोेस वहां काफ़ी अच्छे लग रहे हैं। शायद रोशनी की वजह से ऐसा हो रहा है। एक प्रॉडकास्ट के दौरान मस्क ने सोरोस को देश का सर्वोच्च गागरिक पुरस्कार दिए जाने को भद॒दा मजाक बताया। उन्होंने कहा, सर्वोच्च पुरस्कार पाने वाले सोसेस मानवता से नफरत करते हैं।

भारत समेत दुनियाभर में कई विवादों की जड़ रहे हैं सोरोस

हंगरी मूल के अमेरिकी निवेशक सोरोस का अमेरिका में 30 से अधिक मीडिया घरानों में प्रत्यक्ष निवेश है। उन पर दुनिया के कई देशो की राजनीति व समाज को प्रभावित करने के लिए एजेंडा चलाने का आरोप लगता रहा है। कई देशों में फंडिंग के जरिये चुनाव प्रभावित करने का भी आरोप है। यूरोप व अरब के कई देशों में सोरोस की संस्थाओं पर भारी जुर्माना भी लग चुका है। सोरोस पर बैंक ऑफ इंग्लैंड को तोड़ने का भी आरोप है। अदाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट भी सोरोस से प्रेरित बताई जाती है। संसद के शीत सत्र में भाजपा ने कांग्रेस पर सोरोस समर्थित संगठनों से संबंध रखने का आरोप लगाया था, जिसे कांग्रेस ने खारिज कर दिया था।

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