Canada : त्रूदो ने आखिरकार की पीएम पद से इस्तीफे की घोषणा
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कहा-लिबरल पार्टी का नया नेता चुने जाने तक पद पर बने रहेंगे
ओटाबा। भारत के साथ अपने देश के संबंधों को तनावपूर्ण बनाने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदो ने अपने पद और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है। त्रुदो ने पार्टी अध्यक्ष से नया नेता चुनने की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया है। नए नेता के चुनाव होने तक वह पीएम बने रहेंगे। कनाडा में अक्तूबर में आम चुनान होने हैं। कनाडा में हाल में हुए सभी सर्वेक्षणों में त्रूदो लगातार पीछे चल रहे थे। देश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी के लिए त्रूदों को नीतियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
देशवासी लंबे समय से सोशल मीडिया पर उनके इस्तीफे की मांग कर रहें थे। वहीं, विपक्ष के नेता पियरे पोलिवर लगातार उनपर हमलावर हैं! पिछले नौ साल से अधिक समय से प्रधानमंत्री रहे त्रूदो की सरकार सदन में न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी(एनडीपी) के समर्थन से चल रही थी। हालांकि, त्रूदो की पार्टी के साथ देश में भी बढ़ती
अलोकप्रियता को देखते हुए एनडीपी के अध्यक्ष और सिख नेता जगमीत सिंह ने पिछले दिनों घोषणा की कि वह सदन में अब त्रूदों का समर्थन नहीं करेंगे। सिंह ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की भी घोषणा की थी।
निज्जर मामले में झूठ से खराब हुई थी छवि : खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय अफसरों की संलिप्तता का आरोप लगाने से त्रूदों की छति खराब हुई। दो ने सार्वजनिक रूप से कनाडा में भारतीय राजनयिकों पर जासूसी के झूठे आरोप लगाए, जिससे दोनों देशों के रिश्ते रसातल में पहुंच गए।
बढ़ती अलोकप्रियता ओर असंतोष के बीच त्रूदो को छोड़ना पड़ा पद : ट्रंप की धमकी के बाद से बढ़ने लगा था कनाडाई पीएम पर पद छोड़ने का दबाव
दरअसल कनाडा में सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी में आंतरिक असंतोष व लोकप्रियता में कमी के चलते पीएम जस्टिन त्रूदो को लिबरल पार्टी के नेता व प्रधानमंत्री का पद छोड़ना पड़ा। इसके लिए त्रूदो की कार्यशैली को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। खास तौर पर महंगाई, बेरोजगारी, खालिस्तान समर्थक राजनीति को लेकर वह विशेधियों के निशाने पर थे। भारत विरोधी रुख भी त्रूदों के खिलाफ गया।
अपने फैसले की जानकारी देते हुए त्रूदों ने कहा कि नए नेता के चुनाव तक पीएम बने रहने की योजना पर मैं कायम हूं। त्रूदों ने कहा, किसी संघर्ष के दौरान मैं आसानी से पीछे नहीं हटता, खासकर तब जबकि यह मेरे देश और मेरी पार्टी के लिए इतना महत्वपूर्ण हो। लेकिन, मैं अपने देशवासियों और लोकतंत्र की भलाई के लिए यह फैसला ले रहा हूं। त्रूदों ने कहा, कनाडा की लिबरल पार्टी इस देश के महान इतिहास और लोकतंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक नया प्रधानमंत्री और पार्टी का नया नेता इसके मूल्यों और विचारों को नए चुनाव के दौरान और आगे ले जाएगा। मैं इस प्रक्रिया को शुरू होता देखने के लिए उत्साहित हूं।
ट्रंप ने कनाडा को 51वां राज्य बनान का दिया था प्रस्ताव
ट्रंप ने अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित मार ए लागो एस्टेट में त्रुदो को यात्रा के दौरान व्यंग्य करते हुए कहा कि कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बना देना चाहिए और त्रूदो को वहां का गवर्नर बना देना चाहिए। त्रूदो अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध टालने के लिए मार—ए—लागों की यात्रा पर पहुंचे थे।
: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने और यह कहने के बाद कि वह कनाडा से होने वाले आयात पर 25 फीसदी तक शुल्क लगाएंगे, पहले से ही खस्ताहाल कनाडा की अर्थव्यवस्था और दबाब में आ गईं। इसके बाद से त्रूदो पर पद छोड़ने का दबाव बन गया था।
नए नेता का चुनाव होते ही छोड़ेंगे प्रधानमंत्री का पद
त्रृदो ने लिबरल पार्टी अध्यक्ष से नया नेता चुनने की प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया है। पार्टी नियमों के अनुसार, इसके लिए न्यूनतम चार महीने का समय होता है लेकिन अक्तूबर में देश में आम चुनाव होना तय है। ऐसे में लिबरल पार्टी अगले तीन महीने में नए नेता का चयन कर सकती है। त्रूदो ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कनाडा के प्रधानमंत्री का पद भी नए नेता का चुनाव होते ही छोड़ देंगे। उन्होंने कहा, 27 जनवरी से फिर शुरू होने वाला संसद अब अब 24 मार्च तक स्थगित करेगा। इसे स्थगित रखने का अनुरोध उन्होंने गवर्नर जनरल मैगी सिमोन से किया जिसे गवर्नर जनरल ने मान लिया है। त्रूदो के इस्तीफे की अटकलें सोमवार सुबह से ही, चल रही थीं। उन्होंने भारतीय समय के अनुसार रात करीब साढ़े नौ बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने इस्तीफे को घोषणा को। त्रूदो ने खुद को एक फाइटर अलाते हुए ए कहा, मेरे सामने यह स्पष्ट हो गया था कि पार्टी में आंतरिक संधषों के कारण अगले चुनाव में मैं नेता नहीं बना रह सकता। त्रूदो ने अपने भविष्य के बारे में रविवार की रात पहले अपने परिवार से बात को और अपने बच्चों को इसके बारे में बताया और फिर देश को भी इसकी जानकारी दी।
सर्वेक्षणों में भी कमजोर है पार्टी : इससे पहले कई जनमत सर्वेक्षणों से भी यह भी पता चला है कि लिबरल पार्टी संभवत: पियरें पोइलिवे की कंजर्वेटिवों करा सत्ता से बाहर हो जाएगी। कनाडाई सर्वेक्षणकर्ता एंगस रीड के अनुसार, 24 दिसंबर तक त्रूदों को खारिज करने की दर लगभग 68% थी। त्रूदों को राजनीति में कुछ महीनों तक मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उनकी अपनी पार्टी के सदस्य ही उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।