पीएम मोदी फिर जाएंगे पुतिन के बुलावे पर रूस
- 10 साल में सातवीं यात्रा…22-23 को ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमत्री करेंगे शिरकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22 और 23 अक्टूबर को कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने रूस की यात्रा करेंगे। न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद की मजबूती- थीम पर आयोजित इस सम्मेलन में यूक्रेन युद्ध समेत वैश्विक मुददों पर चर्चा होगी। पीएम मोदी की इस साल रूस की यह दूसरी और अपने दस साल के कार्यकाल के दौरान सातवीं यात्रा होगी।
पीएम की इस यात्रा के संबंध में विदेश मंत्रालय ने बताया कि शिखर सम्मेलन में ब्रिक्स की ओर से शुरू को गई पहलों की प्रगति का आकलन किया जाएगा, और यह भविष्य में सहयोग के लिए संभावित क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक मूल्यवान अवसर भी प्रदान करेगा। सम्मेलन में भाग लेने के लिए सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहेंगे। पीएम सदस्य और आमंत्रित देशों के कई राष्ट्राध्यक्षों से द्विपक्षीय वार्ता कर सकते हैं।
शी जिनपिंग से भी हो सकती है मुलाकात
सूत्रों का कहना है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात फिलहाल एजेंडे में नहों है। हालांकि जिस प्रकार सीमा पर दोनों देशों में गतिरोध दूर करने के प्रयास हुए हैं, उससे दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात संभव है।
मोदी-पुतिन द्विपक्षीय वार्ता होगी सबसे अहम
सूत्रा क मुतांबक 22 अक्तूबर का ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर पीएम मोदी कौ पुतिन के साथ अहम द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस वार्ता में साधन संपन्न रूसी आर्कटिक क्षेत्र और उत्तर समुद्री मार्ग (एनएसआर) में भारत की भूमिका तय होगी।
: दोनों देशों के संयुक्त कार्य समूह ने उतरी सम मार्ग पर भारत व रूस के कार्गो सेवा से जुड़े लक्ष्यों, संबुक्त परियोजनाओं और भारतीय नाविकों के प्रशिक्षण मामले में एक मसौदा तैयार किया है।
: भारत एनएसआर में रूस के लिए चार गैर परमाणु आइसब्रेकर बनाएगा।
: बैठक में ऊर्जा, रक्षा और वित्तीय साझेदारी मजबूत करने पर बात होगी।
युद्ध के समाधान के लिए पुतिन ने जताया आभार…
मास्को। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध पर चिंता जताने और समाधान निकालने के प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। पुतिन ने कहा, पीएम मोदी हर बार इस मुद्दे को उठाते हैं और अपनी बात रखते हैं। पीएम मोदी ने संघर्ष के स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए सभी हितधारकों के साथ संवाद व कूटनीति के महत्व पर जोर दिया है।
: पुतिन ने कहा कि रूस शांतिपूर्ण तरीकों से संकट को समाप्त करने में रुचि रखता है। बातचीत यूक्रेनी पक्ष की ओर से रोकी गई थी।