लेबनान में घुसी इजाइली सेना, 150 आतंकी ठिकाने नष्ट, आठ सैनिक मरे
- हिजबुल्ला पर दबाव बढ़ा, दक्षिणी गाजा पर इस्राइल के हमलों में 51 लोग मारे गए
इजराइल की पैदल सेना व बख्तरबंद इकाइयां लेबनान में करीब अभियानों में अंतर तक घुसने से हिजबुल्ला पर दबाव बढ़ गया है। सेना ने हिजबुल्ला के 150 आतंकी ठिकाने नष्ट कर दिए। इस ऐवज में उसके आठ सैनिक भी मारे गए। उधर, सेना द्वास दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में जमीनी अभियान में महिलाओं-बच्चों समेत 51 लोगों की मौत हो गई और 82 घायल हुए हैं।
आशंका है कि पश्चिम एशिया बड़े युद्ध में फंस सकता है। हालांकि मंगलवार को इजराइल पर ईरान के अब तक के सबसे बड़े हमले के बाद उसने व्यापक संघर्ष भड़कने की आशंका में आगे और हमले रोक दिए लेकिन इस्राइल व अमेरिका ने जवाबी हमलों का संकल्प लिया है।
इजराइल द्वारा बख्तरबंद सैनिकों, गोलानी ब्रिगेड व वीं इन्फैंट्रो ब्रिगेड को शामिल करना बताता है कि अभियान सीमित कमांडो छापों से आगे बढ़ सकता है। सेना का घुसपैठ का मकसद सीमा पर सुरंगों, बुनियादी ढांचों को नष्ट करना है। उसने दक्षिणी सीमा के दो दर्जन शहरों में नए निकासी भी आदेश जारी किए हैं।
नेतन्याहू का जवाबी कार्रवाई का संकल्प, अमेरिका का समर्थन
पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने उनके देश पर मिसाइल हमले के लिए ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में कहा, ईरान ने आज रात बड़ी गलती को है और उसे इसका नतीजा भुगतना पड़ेगा। उसे दर्दनाक सबक मिलेगा। अमेरिका ने इस्नाइल का साथ दिया है।
संवाद और कूटनीति से हल किए जाएं मुदुदे : भारत
इधर, पश्चिम एशिया में तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, इससे हम चिंतित हैं और सभी पक्षों से संयम बरतने को अपील दोहराते हैं। मंत्रालय ने कहा, महत्वपूर्ण यह है कि संघर्ष पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में न ले। हम सभी मुद्दों को संवाद व कूटनीति से हल करने का आग्रह करते हैं।
आतंकवाद के खिलाफ भारत-इजराइल एकमत
भारत में इजराइल टूताबास के प्रवक्ता गाय नौर ने कहा कि आतंकवाद की निंदा करने में भारत और इल्राइल एकमत हैं। उन्होंने कहा, भारत सर्वाधिक शांतिपूर्ण देशों में से एक है और युद्ध खत्म करने के लिए भारत की त्वरित कार्रवाई की इस्राइल सराहना करता है। महत्वपूर्ण यह है कि पीएम मोदी आतंकवाद के खिलाफ बोल रहे हैं।
ईरानी मिसाइलों को इजराइल डेविड स्लिंग सिस्टम ने हवा में ही किया नष्ट
हिजबुल्ला प्रमुख नसरल्ला कौ मौत का बदला लेने के लिए ईरान से दागी गईं 300 से अधिक वैलिस्टिक मिसाइलों को इजराइल के एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। इजराइल के पास विदेशी बैलिस्टिक मिसाइलों से लेकर कम उड़ान वाली क्रूज मिसाइलों और रॉकेटों हमलों तक को रोकने के लिए कई तरह के एयर डिफेंस सिस्टम मौजूद हैं। इनमें से आयरन डोम, डेविड्स स्लिंग, ऐरे-2 और 3 प्रमुख हैं।
आयरन डोम का दुनिया ने माना लोहा
आयरन डोम, इस्राइल की मिसाइल रक्षा की सबसे ताकतवर व निचली परत है। हालांकि मंगलवार को इस्ाइल ने इसका इस्तेमाल नहीं किया। इन मिसाइलों का काम तमाम डेविड स्लिंग सिस्टम ने ही कर दिया। डेविड्स स्लिंग राफेल एडवांस्ड फेस सिस्टम और अमेरिकी रेथिथॉन का मिश्रण है। यह 186 मील दूर तक के लक्ष्यों को न॒ष्ट करने के लिए स्टनर और स्काईसेप्टर काइनेटिक हिट-टू-किल इंटरसेप्टर का इस्तेमाल करता है।
डेविड स्लिंग से ऊपर भी एरो-2 व 3
एरो-2 और एरो-3 डिफेंस सिस्टम को इस्राइल ने अमेरिका के साथ मिलकर विकसित किया गया है। एरो-2 पैट्रियट मिस्राइल का अपग्रेड वर्जन है। यह बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके अंतिम चरण में नष्ट करती है। इसकी रेंज 56 मील और अधिकतम ऊंचाई 32 मील है। वहां एरो-3 अंतरिक्ष में आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को लक्ष्य तक पहुंचने के काफी पहले ही नष्ट कर देता है।