इजराइल का ईरान पर जवाबी हमला, कभी भी- ये केंद्र बन सकते हैं निशाना

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  • परमाणु केंद्रों को भी निशाना बनाने की तैयारी
  • नेतन्याहू करेंगे अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन से बात
  • युद्ध के नए मोर्चे की आशंका में भारत ने अपने नागरिकों से ईरान की यात्रा टालने को कहा


इजराइल कभी भी ईरान पर जबाबी हमला कर सकता है। इस्राइल की मीडिया ने सैन्य अधिकारियों के हवाले से खबर दी है कि मंगलवार की रात ईरान की ओर से दागी गईं सैकड़ों बैलेस्टिक मिसाइलों का बदला लेने की रणनीति तैयार हो चुको है।

इजराइल अब सिर्फ यह तय कर रहा है कि ईरान पर पूरी ताकत से हमला किया जाए या पहले की तरह लक्षित हमलों का सहारा लिया जाए।

इजराइल टाइम्स ने सैन्य अधिकारियों के हवाले से लिखा कि जवाबी कार्रवाई में ईरान के तेल व गैस उत्पादन केंद्रों को निशाना बनाया जा सकता है। योजना ईरान की पूरी अर्थव्यवस्था चौपट करने की है। हालांकि इससे पूरी दुनिया में तेल को कीमतों में बड़ा उछाल आ सकता है। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू जल्द ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात कर इजराइल की आगे की योजना पर चर्चा करने वाले हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक इजराइल और ईरान इससे पहले कभी युद्ध के ऐसे मुहाने पर नहीं थे। यहां अगर युद्ध का नया और खतरनाक मोर्च खुला, तो यह पूरे मध्य पूर्व को अपनी चपेट में ले लेगा। इजराइल के अधिकारियों ने कहा कि ईरान ने आगे कोई कदम उठाया तो उसके परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया जा सकता है।

इजराइली हमले की आशंका के मदूदेनजर भारत सरकार ने अपने नागरिकों को ईरान को सभी गैर जरूरी यात्राओं से बचने को सलाह दी है। उसने ईरान में रह रहे देशवासियों से सतर्कता बरतने और तेहरान में भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने के लिए कहा है। नई दिल्‍ली में विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि वह क्षेत्र में सुरक्षा हालात पर करोबी नजर बनाए हुए है।

भारत ने कहा-संवाद और कूटनीति से हल करें मुदुदे :
बढ़ते तनाव के बीच भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों को रक्षा करने का आह्वान किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, सभी मुद्दों को संवाद व कूटनीति के जरिये हल किया जाना चाहिए। इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने यहूदी नववर्ष पर इस्राइल के पीएम बेजामिन नेतन्याहू को बधाई दी।

बाइडन बोले-परमाणु ठिकानों पर हमले का समर्थन नहीं :


वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित ठिकानों पर इस्राइल के किसी भी हमले का समर्थन नहीं करेंगे। जी-7 देशों के नेताओं के साथ फोन पर पश्चिम एशिया की स्थिति पर चर्चा के बाद पत्रकारों से बातचीत में बाइडन ने यह बात कही। बाइडन से चर्चा के दौरान जी-7 नेताओं ने ईरान के हमले की निंदा की। बाइडन ने दोहराया कि वह इजराइल के पूर्ण समर्थन में खड़े हैं।

इस्राइल ने कहा, यूएन महासचिव अवांछिंत व्यक्ति, प्रवेश पर रोक 
इजराइल ने ईगन के मिसाइल हमलों को स्पष्ट निंदा न करने का आरोप लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस को अवछित व्यक्त घोषित किया है। इजराइल के विदेश मंत्री इल्ाइल कात्ज ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि गुटेरस के इस्राइल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। संयुक्त राष्ट्र के इतिहास में पहली बार इसे विश्व संस्था के किसी सदस्य देश ने संस्था के प्रमुख के खिलाफ इतना सख्त कदम उठाया है।

जिसने हमास, हिजबुल्ला के हमले की निंदा नहीं की, वह यूएन पर धब्बा 
कात्ज ने कहा, जो व्यवित इंरान के हमले की स्पष्ट निंदा नहीं करता, जैसा कि दुनिया के करीब-करीब सभी देशों ने किया है, वह हमारी जमीन पर पैर रखने लायक नहीं है। वह ऐसे महासचिव हैं, जिन्होंने अब तक बीते साल 7 अक्टूबर को हमास आतंकियों की ओर से इस्राइल में किए नरसंहार और यौन उत्पीड़न की भी निंदा नहीं की है। आज तक हमास को आतंकी संगठन घोषित नहों किया है। ऐसे महासचिव जो हमास, हिजबुल्ला और हूती आतंकियों, दुष्कर्मियों और हत्यारों के अलावा पूरी दुनिया में आतंक की जननी ईरान का समर्थन करते हैं, संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर धब्ने के रूप में याद रखे जाएंगे।

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