भारत की जवाबी कार्रवाई के खौफ में पाकिस्तान, अधिकारियों की उड़ी नींद; अलर्ट पर एयरफोर्स

0

नई दिल्‍ली, पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि अगले दस दिनों में भारत बड़ा कदम उठा सकता है। वहीं, पाकिस्तानी सांसद ने कहा है कि हमें यूएनएससी में जाना चाहिए और चीन जैसे देशों से समर्थन लेना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में डर का माहौल है। पाकिस्तानियों को भारत की ओर से कड़े ऐक्शन का भय सता रहा है। पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा है कि अगले दस दिनों में भारत बड़ा कदम उठा सकता है। वहीं, पाकिस्तानी सांसद शेरी रहमान का कहना है कि हमें यूएनएससी में जाना चाहिए और चीन जैसे देशों से समर्थन लेना चाहिए।

पहलगाम में बीते दिन आतंकवादियों ने 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि 17 लोग घायल हो गए थे। आतंकियों ने यह हत्याएं लोगों के धर्म पूछने के बाद की थी। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि आतंकियों ने उनसे कलमा पढ़ने को कहा और जो नहीं पढ़ सके, उन्हें नजदीक से गोली मार दी। इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर ए तैयबा के मुखौटा संगठन टीआरएफ ने ली है। भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए सिंधु जल संधि पर रोक समेत पांच बड़े फैसले लिए हैं।

पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मुझे पूरा यकीन है कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत के किसी भी हमले को नाकाम करने के लिए इस्लामाबाद हर संभव कदम उठा रहा है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि इस बार प्रतिक्रिया बहुत कठोर होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि यह बात एक बार फिर स्पष्ट हो गई है कि जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाए बिना पाकिस्तान और भारत के बीच सामान्य संबंधों की कोई गुंजाइश नहीं है। मैं यह बात हमेशा से कहता रहा हूं।

इसके अलावा, पाकिस्तान के अन्य सैन्य एक्सपर्ट्स को भी भारत की ओर से कड़ी कार्रवाई का डर सता रहा है। वह अपनी गलती मानने के बजाए भारतीय मीडिया को ही दोष दे रहा। पाकिस्तानी रक्षा विशेषज्ञ ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अहमद सईद मिन्हास ने जियो न्यूज से बात करते हुए पाकिस्तान को दोषी ठहराने के लिए भारतीय मीडिया पर ही निशाना साधा और कहा कि यह हमला कश्मीर के काफी अंदर हुआ है। एक अन्य विश्लेषक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) राशिद वली को बालाकोट एयरस्ट्राइक की याद आने लगी।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *