रील बनाने से टोका तो दुल्हन ने परिवार के सदस्यों को खिलाया जहर, हुई फरार
आपने अक्सर लुटेरी दुल्हन के बारे में सुना होगा, लूटेरी दुल्हन की कई वारदाते आए दिन हमारे सामने आती रहती है, लेकिन आज पहली बार राजस्थान के बूंदी जिले में जहरीली दुल्हन का मामला भी सामने आया है।
यहां एक नई नवेली दुल्हन अपने पति और सास- ससूर सहित समुराल के सभी 6 सदस्यों को जहरीला पदार्थ देकर फरार हो गई है। मामला जिले के दबलाता थाना क्षेत्र के घारघडी गांव का है। सभी 6 सदस्यों को अचेत अवस्था में जिला अस्पताल में भती करवाया गया है। दबलाना थाना पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार दबलाता थाना क्षेत्र निवासी कान्हा गुर्जर के पुत्र दुर्गा शंकर का करीब 15 दिन पूर्व नैनवां तहसील भीमगंजमंडी निजासी मंजु गुर्जर से नाता प्रथा से विवाह हुआ था। नाता प्रथा के तहत मंजू गुर्जर के पूर्व ससुराल पश्च वालों को दुर्गा शंकर गुर्जर ने 8 लाख 40 हजार का झगहा देकर सामाजिक समझौता कर मंजू गुर्जर से विवाह किया था।
ग्राम पंचायत रोनिजा के पूर्व सरपंच कैलाश चंद गुर्जर ने बताया विवाह के बाद से वह अच्छी तरह रह रही थी, परिवार में किसी तरह का झगड़ा या अनबन भी नही थी। ऐसे में 2 दिन पहले 11 सितंबर को दुल्हन मंजू गुर्जर की मां अपनी बैटी से मिलने आयी थी, जो उसे मातेश्वरी की भभूति बताकर एक पुडिया देकर गई थी। गुरुवार रात्रि को मंजू गुर्जर ने भोजन बनाया था, सभी ने रात को भोजन किया। भोजन करने के बाद ससुराल के सभी सदस्य अचेत हो गए। ऐसे में दुल्हन सभी को बेहोशी की हालत में छोड़कर घर से मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गई।
जहरीले पदार्थ के सेवन से आरोपिया दुल्हन का पति दुर्गा शंकर,ससूर कान्हा, सास कैलाशी बाई,मुखराज पुत्र कान्हा, रेसमा बाई पत्नी मुखराज, व एक छोटा बच्चा शामिल है। इन सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां इनका इलाज जारी है। दबलाना थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी गई है।
इन दिनों जहरीली दुल्हन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती बताई जाती है। दुल्हन की सास ने रील बनाने से टोका था जो उसे नागवार गुजरा। दुल्हन फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अक्सर रील डालती रहती है उसके अच्छे खासे फॉलोअर्स भी बताए जा रहे हैं।
वहीं इस पूरे मामले में ज्वाला शक्ति संगठन की काजल जादौन का कहना है कि, अब बस यही होगा…
जब तक महिला कानून के दुरुपयोग पर सख्ती से महिला के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक न जाने कितने निर्दोष प्रताड़ित होते रहेंगे।