हिमाचल में तेजी से बदल रहा मौसम, राज्य के 11 स्थानों तापमान माइनस पर पहुंचा, जानें

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शिमला । हिमाचल प्रदेश में मौसम बहुत तेजी से बदल रहा है। रात में ठंड बढ़ती जा रही है। राज्य के 11 स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में तो पारा माइनस में चला गया है। आने वाले दिनों में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान में और ज्यादा गिरावट आएगी। हिल स्टेशनों में लोगों व पर्यटकों ने गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं।

इस बार ज्यादा पड़ेगी ठंड

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले छह दिन मौसम में कोई खास बदलाव नहीं आएगा। 20 से 26 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार मॉनसून का पूरे समय तक सक्रिय रहने के कारण सर्दी अधिक होने की उम्मीद है। आगामी दिनों में मैदानों से लेकर पहाड़ी इलाकों तक ठंड का प्रकोप तेज होगा। अभी जनजातीय क्षेत्रों में तापमान जमाव बिदु के नीचे दर्ज किया जा रहा है।

लाहौल-स्पीति रहा सबसे ठंडा स्थल

मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को पांच जिलों के 11 स्थानों पर रात का पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। लाहौल-स्पीति के ताबो में न्यूनतम तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह सबसे ठंडा स्थल रहा। लाहौल-स्पीति के ही कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री, केलंग में 3.2 डिग्री और समधो में 5.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

कहां कितना पारा

इसी तरह किन्नौर जिला के कल्पा में 4.8 डिग्री व रिकांगपिओ में 9.4 डिग्री सेल्सियस रहा। शिमला जिला के सराहन में 9 डिग्री व नारकंडा में 9.3 डिग्री, सोलन में 9.4 डिग्री, कुल्लू जिला के मनाली में 8.9 डिग्री वभुंतर में 9.9 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य शहरों की बात करें तो शिमला में न्यूनतम तापमान 11.8 डिग्री, सुंदरनगर में 10.6 डिग्री, धर्मशाला में 14.9 डिग्री, ऊना में 14.2 डिग्री, नाहन में 17.7 डिग्री, पालमपुर में 11.5 डिग्री, कांगड़ा में 14.6 डिग्री, मंडी में 13.6 डिग्री, चम्बा में 13.9 डिग्री, हमीरपुर में 14.5 डिग्री, जुब्बड़हट्टी में 13 डिग्री, डल्हौजी में 13.1 डिग्री और कुफरी में 11.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

इस बीच राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकतर हिस्सों में रविवार को धूप खिली हुई है। अक्टूबर महीने में राज्य में ड्राई स्पेल चल रहा है। इस महीने मॉनसून की विदाई के बाद बारिश सामान्य से 96 फीसदी कम हुई है।

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