Punjab: 12वीं की परीक्षा मेंAAP की स्थापना को लेकर पूछे सवाल पर बवाल

चंडीगढ़। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (Punjab School Education Board- PSEB) की 12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान की परीक्षा (Political Science Exam) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party- AAP) से संबंधित सवालों को शामिल किए जाने से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। यह परीक्षा 4 मार्च को आयोजित की गई थी, और इसमें AAP की स्थापना के वर्ष और उसकी नीतियों व कार्यक्रमों से जुड़े दो सवाल पूछे गए। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पंजाब की सत्तारूढ़ AAP सरकार पर युवा मन को प्रभावित करने का आरोप लगाया है।
BJP पंजाब इकाई के मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने कहा, “परीक्षा में AAP से जुड़े सवाल पूछना साफ तौर पर राजनीतिक प्रभाव डालने की कोशिश है। एक सवाल में पूछा गया था कि AAP की स्थापना कब हुई थी, जिसमें चार विकल्प दिए गए थे – 26 नवंबर 2012, 26 जनवरी 2012, 26 दिसंबर 2012 और 15 अगस्त 2012। दूसरा सवाल AAP की नीतियों और कार्यक्रमों का वर्णन करने से संबंधित था। यह दर्शाता है कि पूरे साल छात्रों को AAP के बारे में पढ़ाया गया, जो 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले युवा मतदाताओं के दृष्टिकोण को प्रभावित करने की रणनीति हो सकती है।”
BJP ने इस कदम को शिक्षा व्यवस्था में राजनीतिक हस्तक्षेप करार देते हुए सवाल उठाया कि केवल AAP पर ही क्यों ध्यान केंद्रित किया गया। जोशी ने आगे कहा, “अगर क्षेत्रीय दलों के बारे में पढ़ाना जरूरी था, तो अन्य दलों जैसे शिरोमणि अकाली दल या कांग्रेस पर सवाल क्यों नहीं पूछे गए? यह साफ तौर पर पक्षपात है।”
पलटवार करते हुए आप ने आरोपों को “निराधार” बताया और भाजपा पर “अनावश्यक विवाद पैदा करने और राजनीतिक लाभ के लिए जनता को गुमराह करने का प्रयास” करने का आरोप लगाया। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “राजनीति विज्ञान के पाठ्यक्रम में पंजाब के क्षेत्रीय दलों का अध्ययन शामिल है, और AAP एक प्रमुख दल है। सवालों का चयन स्वतंत्र रूप से बोर्ड के विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है, इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।”
आप प्रवक्ता नील गर्ग ने एक बयान में कहा, “राजनीति विज्ञान विषय में पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीतिक दलों पर चर्चा स्वाभाविक रूप से शामिल है। पिछले वर्षों के पेपर में भाजपा और कांग्रेस के बारे में भी सवाल पूछे गए थे।”