Digital Form 16: अब ITR फाइलिंग करना हुई बेहद आसान, गलतियों का डर छू मंतर

नई दिल्ली। सोचिए, आपको सालभर की सैलरी, टीडीएस और टैक्स बचाने (Salary, TDS and tax saving) वाली कटौतियों का हिसाब रखने में कितनी मेहनत लगती है? फिर भी ITR भरते वक्त कोई न कोई गलती हो ही जाती है, लेकिन अब आयकर विभाग (Income Tax Department) ने एक नई चीज लॉन्च की है। डिजिटल फॉर्म-16 (Digital Form 16)। यही चीज आपकी आईटीआर फाइलिंग को चुटकियों में आसान बना देगी।
पहले क्या दिक्कत थी?
– पुराने फॉर्म-16 में सैलरी, टीडीएस जैसे डिटेल्स को फॉर्म 26AS और AIS (वार्षिक सूचना विवरण) से मैन्युअल मिलाना पड़ता था।
– कभी सैलरी का आंकड़ा गलत, तो कभी टीडीएस कम दिखता था। ऐसे में रिफंड देरी से आता या नोटिस आ जाता था।
– कई बार कंपनियाँ फॉर्म-16 जारी करने में भी देरी कर देती थीं (15 जून के बाद), जिससे ITR फाइल करने का काम रुक जाता था।
डिजिटल फॉर्म-16 कैसे काम करेगा?
1. सीधा ट्रेस पोर्टल से मिलेगा: यह फॉर्म अब आपकी कंपनी द्वारा सीधे ट्रेस (TRACES) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसमें सैलरी, टीडीएस, और धारा 80C/80D जैसी कटौतियों का पूरा ब्योरा होगा।
2. ऑटो-फिल डेटा: जैसे ही आप ITR फॉर्म चुनेंगे, यह डिजिटल फॉर्म-16 अपने आप सारी जानकारी भर देगा। आपको बस चेक करना है कि सब कुछ सही है।
3. गलती पर चेतावनी: अगर कोई डेटा मिसमैच होगा (जैसे, फॉर्म-16 और AIS में सैलरी अलग दिखे), तो सिस्टम तुरंत रेड फ्लैग दिखाएगा। आप उसे ठीक करके ही आगे बढ़ सकेंगे।
क्या हैं फायदे?
– समय बचेगा: डेटा ऑटो-फिल होने से ITR भरने में 10 मिनट भी नहीं लगेंगे।
– गलतियां गायब: मैन्युअल एंट्री न होने से टाइपिंग एरर का डर खत्म।
– सुरक्षित और गोपनीय: फॉर्म पासवर्ड प्रोटेक्टेड होगा। कोई दूसरा इस्तेमाल नहीं कर पाएगा।
– पर्यावरण को फायदा: कागज के फॉर्म-16 की जरूरत नहीं, प्रिंट आउट निकालने की झंझट भी खत्म।
कैसे करें इस्तेमाल
स्टेप 1: इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल पर लॉगिन करें।
स्टेप 2: अपने पैन से लिंक डिजिटल फॉर्म-16 को सेलेक्ट करें।
स्टेप 3: ITR फॉर्म चुनते ही सारा डेटा अपने आप भर जाएगा। बस कन्फर्म करके सबमिट कर दें।
यह कदम न सिर्फ आम लोगों के लिए राहत है, बल्कि टैक्स विभाग का काम भी आसान होगा। अब न रिफंड देरी से आएगा, न ही नोटिस का स्ट्रेस। अगली बार ITR भरते वक्त याद रखिएगा, डिजिटल फॉर्म-16 आपका नया साथी है।