“संविधान निर्माण को हाईजैक करने की कांग्रेस ने की कोशिश”
- लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा-हम माथे से लगाते हैं, ये जेब में रखते हैं
संविधान की यात्रा के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में शुरू हुई विशेष बहस के दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष ने जमकर बयानों के तीर चलाए। चर्चा शुरू करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर संविधान निर्माण को हाईजैक करने का आरोप लगाया।
राजनाथ ने कहा, हमेशा यह धारणा बनाने की कोशिश की गईं कि संविधान पार्टी विशेष की देन है। संविधान निर्माण में कई विभूतियों की भूमिका को नकारा गया। सदन में नेता प्रतिपक्ष ग़हुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, कांग्रेस के नेताओं ने पीढ़ियों से संविधान को परिवार की जेब में ही रखे देखा है।
यही वजह है कि हम जहां संविधान को माथे से लगाते हैं, विपक्ष के कई नेता उसे जेब में लेकर चलते हैं। उन्होंने यही सीखा है। रक्षा मंत्री बोले, संविधान स्वतंत्रता संग्राम के हवनकुंड से निकला अमृत है। यह स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग से सिंचित हमारा स्वाभिमान है। हमारी सरकार
संविधान में निहित धर्म और न्याय की भावना के अनुरूप कार्य कर रही है।
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास संविधान की ही भावना है। इसके मूल चरित्र में कोई बदलाव नहीं होने दिया जाएगा।
कांग्रेस को सरकारों में संविधान में 62 संशोधन किए गए। ये सभी गलत नीतियों की रक्षा के लिए क्रिए गए।
80 बार चुनी हुई सरकारें गिराईं
राजनाथ ने कहा, कांग्रेस की सरकारों ने 80 वार चुनी हुई सरकारें गिराई। अदालतों ने तल्ख टिप्पणियां की। यूपी में जगदंबिका पाल को सीएम बनाने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा, संसदीय इतिहास में अदालत के हस्तक्षेप के बाद विश्वाय मत पर चर्चा के दौरान सदन में दो-दो मुख्यमंत्री बैठे थे।
आपातकाल में मां को मुखाग्नि तक नहीं देने दी
रक्षा मंत्री ने आपातकाल को याद दिलाते हुए कहा, आजादी के बाद से ही कांग्रेस की सरकारों ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, प्रेस और न्यायपालिका की स्वतंत्रता कुंद करने के प्रयास किए। आपातकाल के दौरान मैं 18 महीने जेल में रहा। उस दौरान मां का निधन हुआ तो मुखाग्नि तक नहीं दे पसया। मुझे पेरोल नहीं दिया गया।