Air Pollution: दिल्ली के AQI में सुधार, दिवाली पर जहरीली होगी हवा या मिलेगी राहत; जानें
नई दिल्ली । दिल्ली की जहरीली और दमघोंटू हवा में सांस लेने से दिल्ली के लोगों को कई तरह की परेशानी हो रही है। दिवाली से पहले ही हवा की क्वालिटी काफी खराब है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को तेज दक्षिण-पूर्वी सरफेस हवाओं की वजह से दिल्ली के प्रदूषण स्तर में सुधार हुआ और वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंचने के एक दिन बाद घटकर ‘खराब’ श्रेणी में आ गई।
आसपास दिल्ली को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती
हालांकि, यह राहत केवल कुछ समय के लिए हो सकती है, क्योंकि दिवाली के आसपास दिल्ली को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। इस दौरान हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी होने की संभावना है, जिससे उत्तरी राज्यों में पराली जलाने से प्रदूषक हवा में मिल सकते हैं। दिवाली पर पटाखे फोड़ने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली के लिए केंद्र की अर्ली वार्निंग सिस्टम (ईडब्ल्यूएस) ने पूर्वानुमान लगाया है कि इससे राजधानी की वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ क्षेत्र में पहुंच सकती है।
सोमवार को वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ
सीपीसीबी डाटा के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम 4 बजे 304 (बहुत खराब) था। शाम 6 बजे इसमें सुधार हुआ और यह 299 (खराब) दर्ज किया गया। रात 10 बजे यह 288 अंक पर आ गया। इसकी तुलना में, रविवार को शाम 4 बजे औसत एक्यूआई 356 (बहुत खराब) था। सोमवार को औसत एक्यूआई की गणना दिल्ली के 40 में से 36 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन के आधार पर की गई थी। इनमें से 21 स्टेशन ‘बहुत खराब’ श्रेणी में थे, जिनमें सबसे अधिक प्रभावित स्टेशन बुराड़ी (365) और उसके बाद मुंडका (348) था।
पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई
स्काईमेट मौसम विज्ञान के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि दिल्ली के एक्यूआई में सुधार 10-18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दक्षिण-पूर्वी हवाओं के कारण आया है। उन्होंने कहा, ‘हमने 26 अक्टूबर को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी से बदलते हुए देखी और पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई। स्थानीय हवा की गति, जो रविवार और सोमवार को दिन के दौरान 10-18 किलोमीटर प्रति घंटे थी, मंगलवार से कम होने की संभावना है।’