राम नवमी पर 13 सालों बाद दुर्लभ संयोग, पूजा और खरीदारी का मिलेगा दोगुना लाभ

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नई दिल्‍ली, रामलला का जन्मोत्सव चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के आखिरी दिन यानी नवमी तिति पर मनाया जाता है. इस दिन राम नवमी होती है. राम नवमी पर इस बार दुर्लभ संयोग बन रहा है.

राम नवमी पर 13 सालों बाद दुर्लभ संयोग, पूजा और खरीदारी का मिलेगा दोगुना लाभ

हमारे सनतन धर्म में कुछ पर्व और त्योहार बहुत महत्वपूर्व होते हैं इसमें राम नवमी, नवरात्रि, श्रीकृष्ण आदि. त्योहारों पर अगर शुभ संयोग बनता है तो उसका महत्व दोगुना हो जाता है. इस साल भी राम नवमी पर 13 सालों बाद दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है, ऐसे में न सिर्फ पूजा पाठ बल्कि खरीदारी के लिए भी ये दिन बेहद शुभ माना जा रहा है. इस साल राम नवमी 6 अप्रैल 2025 को है, इस दिन कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं यहां देखें.

राम नवमी पर 13 साल बाद दुर्लभ संयोग

6 अप्रैल 2025 को राम नवमी पर इस बार रवि पुष्य योग का संयोग बन रहा है. साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग और सुकर्मा योग भी रहेगा. पुष्य नक्षत्र में विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा और खरीदारी करने वालों के घर सुख-समृद्धि का आगमन होता है. वाल्मीकि रामायण के मुताबिक भगवान विष्णु के सातवें है श्रीराम ऐसे में उनकी पूजा का कई गुना फल प्राप्त होगा.

ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार इस शुभ संयोग में दिनभर खरीदारी और निवेश करना विशेष शुभ रहेगा. इस दिन किए गए लेन-देन से सुख और समृद्धि बढ़ेगी. इस दिन रियल एस्टेट में निवेश करने से फायदेमंद होता है. साथ ही जरूरत की चीजें और हर तरह की खरीदारी के लिए दिन खास रहेगा.

राम नवमी पर रवि पुष्य नक्षत्र का महत्व

राम नवमी का दिन वैसे ही शुभ होता है, ऐसे रवि पुष्य का संयोग सोने पर सुहागा जैसा होगा. पुष्य नक्षत्र यदि रविवार को होता है तो इसे रवि पुष्य नक्षत्र कहा जाता है. इसे नए बिजनेस शुरू करने, वाहन खरीदी, रियल एस्टेट में निवेश, सोना अन्य कीमती धातुएं खरीदने, महत्वपूर्ण निर्णय लेने और आध्यात्मिक विकास की खोज के लिए एक जरुरी समय माना जाता है. रवि पुष्य नक्षत्र जीवन में स्थिरता और अमरता लेकर आता है.

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