चीन का विमान जापान के हवाई क्षेत्र में घुसा! तनाव बढ़ने का खतरा, राजदूत को तलब किया
नई दिल्ली । अब चीन जापान के हवाई क्षेत्र में दखल दे रहा है। सोमवार को ही जापान ने इसकी जानकारी दी है और कहा है कि चीन ने हमारे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। खास बात है कि यह पहली बार है जब कोई चीनी विमान ने ऐसा काम किया हो। इसे लेकर जापान सरकार ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और विरोध दर्ज कराया है।
जापान मंत्रालय का कहना है कि सोमवार सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर Y-9 निगरानी विमान ने ईस्ट चाइना सी में नागासाकी प्रांत में दांजो द्वीपों के पास हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। जापान का कहना है कि चीन का विमान क्षेत्र में करीब 2 मिनटों तक रहा, जिसके चलते ‘आपातकालीन’ स्थिति में जापान को भी लड़ाकू विमान तैनात करने पड़ गए थे।
घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने का खतरा
भारतीय मीडिया ने जापान की मीडिया के हवाले से लिखा है कि इस घटनाक्रम से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। जापान के विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उपविदेश मंत्री मासाताका ओकानो ने चीन के कार्यकारी राजदूत को तलब किया और ‘बेहद गंभीर विरोध’ दर्ज कराया है। साथ ही इसे रोकने के लिए उपाय करने के लिए कहा है।
क्या हो सकती है वजह
क्योदो न्यूज एजेंसी ने जापान के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया है कि ‘हो सकता है की चीन जापान से प्रतिक्रिया चाह रहा हो।’ खास बात है कि क्षेत्र में और ताइवान के साथ चीन की बढ़ती आक्रमकता ने अमेरिका और उसके सहयोगियों के लिए चिंताएं बढ़ा दी हैं। जापान भी भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ QUAD समूह का हिस्सा है।
जापान के प्रशासन वाले ईस्ट चाइना सी में सेनकाकू द्वीपों पर चीन दावा करता है। इसे लेकर जापान और चीन की नौकाओं के बीच टकराव भी हुआ है। उत्सुरी आईलैंड, मिनामीकोजिमा और किताकोजीमा विवादित द्वीपों को चीन में दियायु के तौर पर जाना जाता है।