युद्धविराम: अब 19 जनवरी से लागू होगा समझौता
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इजरायली सरकार ने दी सहमति
पहला चरण: रविवार से शुरु होगा समझौता
रिपोर्ट के मुताबिक अब ये समझौता गाजा (Gaza) में युद्ध विराम के पहले चरण की शुरुआत करेगा और इज़राइली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों दोनों को रिहाई दिलाएगा। अब सरकार ने इस समझौते (Israel Hamas Ceasefire Agreement) को मंजूरी दे दी है, इसलिए इस सौदे के विरोधी फिलिस्तीनी बंधकों की रिहाई के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सकते हैं, हालांकि इस मामले में अदालत के दखल की संभावना नहीं है।
33 बंधक: पहले रिहा किए जाएंगे
इज़राइली सरकार की बंधकों और लापता लोगों की समन्वय इकाई ने शुक्रवार को गाजा युद्ध विराम समझौते के पहले चरण में रिहा किए जाने वाले 33 इज़राइली बंधकों के परिवारों को खबर दे दी है। हालांकि इज़राइल को ये नहीं बताया गया है कि 33 में से कितने लोग जिंदा हैं। हालांकि, इजरायल ने ये उम्मीद जताई है कि उनमें से ज्यादातर लोग जिंदा हैं। युद्ध विराम के 7 दिन बाद इज़राइल को लिस्ट में शामिल सभी लोगों की पूरी रिपोर्ट मिलेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वापसी के लिए निर्धारित लोगों की पहचान हर रिहाई से 24 घंटे पहले दिए जाने की उम्मीद है।
दबाव: समझौते नहीं मानने का नेतन्याहू पर गठबंधन की पार्टी ने डाला
वहीं नेतन्याहू के गठबंधन सहयोगियों ने उन पर लड़ाई को खत्म करने के लिए सहमत ना होने का दबाव डाला है, बाकी बचे 65 बंधकों के परिवारों को डर है कि दूसरा चरण कभी नहीं हो सकता है, और उनके लोग आतंकियों के हाथों में ही रह जाएंगे।
मध्यस्थता : अमेरिका और कतर ने की
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच इस शांतिवार्ता में मध्यस्थता करने वाले अमेरिका और कतर दोनों ने बीते बुधवार को ऐलान किया था कि गाजा में 15 महीने से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए एक समझौता हुआ है, जो हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले से शुरू हुआ था, जिसमें 1200 से अधिक नागरिक मारे गए और 250 से अधिक बंधक बनाए गए, जिनमें से लगभग 100 अभी भी कैद में हैं।