सिलक्यारा सुरंग में दूसरी ड्रिफ्ट टनल भी हुई आरपार
- भूस्खलन का मलबा हटाने के लिए बनाई जा रही है ट्रिफ्ट टनल
उत्तरकाशी। यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन सिलक्यारा-पोलगांव सुरंग में भूस्खलन का मलबा हटाने के लिए बनाई जा रही दूसरी ड्रिफ्ट टनल (निकासी सुरंग) भी आरपार हो गई। इसके बाद अब तीसरी और आखिरी ड्रिप्ट टनल की खोदाई का काम शुरू कर दिया गया है।
चारधाम सड़क परियोजना में निर्माणाधीन 4.5 किमी लंबी सिलक्यारा-पोलगांब सुरंग में बीते साल 12 नवंबर को हुए भारी भूस्खलन के चलते 41 श्रमिक सुरंग के
अंदर फंस गए थे। हादसे के बाद 17 दिन तक चले रेस्कयू ऑपरेशन के बाद सभी को सकुशल बाहर निकाला गया था। हादसे के बाद भी या में आया मलबा अभी पूरी तरह से नहीं हट पाया है।
मलबे को निकालने के लिए डी-बाटरिंग के बाद इस साल जुलाई में ही करीब एक मीटर चौड़ी तीन ड्रिफ्ट टनलों का निर्माण शुरू किया गया, जिनमें से पहली टनल गत सितंबर में आरपार हुई थी। बता दें कि मलबे को स्थिर रखने के लिए पूरी तरह ठोस में बदला गया है। इसके
लिए शॉट क्रिट के साथ रॉक बोल्टिंग तकनीक का भी प्रयोग किया गया है, जिससे मलबा खिसकने से दोबारा किसी तरह के हादसे का खतरा न रहे।
माचे 2025 में आरपार होगी सुरंग :
सिलक्यारा सुरंग की के काम को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया
है। सिलक्यारा छोर से भूस्खलन के मलबे के कारण यह काम पोल गांव बड़कोट छोर से किया जा रहा है। जहां से गत दिनों तक 180 मीटर निर्माण शेष था। अधिकारियों का कहना है कि बड़कोट छोर से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए ही खोदाई की जा रही है।