उत्तराखंड के माणा में हिमस्खलन में दबे 4 शव निकाले, 4 अभी भी लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
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UPDATE: बर्फ में दबे दो और श्रमिकों के शव बरामद
नई दिल्ली । उत्तराखंड (Uttarakhand)के चमोली जिले में बदरीनाथ के पास माणा(Mana near Badrinath) में शुक्रवार तड़के हुए हिमस्खलन (Avalanche)के बाद शनिवार देर शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी(Rescue operation continues) रहा। इस दौरान चार श्रमिकों की मौत की खबर सामने आई। खबर लिखे जाने तक 54 श्रमिकों में से 46 को सकुशल बचा लिया गया था। इसमें से 13 श्रमिकों को शनिवार को रेस्क्यू किया गया, जबकि चार की खोजबीन अभी जारी है।
चमोली जिला प्रशासन के अनुसार, सेना, आईटीबीपी, बीआरओ और प्रशासन की टीमों ने शनिवार सुबह ही मोर्चा संभाल लिया था। 26 श्रमिकों को सेना के हेलीकॉप्टरों से ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) लाया गया। इनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। शेष 20 श्रमिक बदरीनाथ में आईटीबीपी और सेना के कैंप में सुरक्षित हैं। देर शाम जोशीमठ से दो श्रमिकों को हेली एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश भेजा गया।
सेना की ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने वीडियो जारी कर चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं ज्योतिर्मठ थाना इंचार्ज देवेंद्र पंत ने बताया कि माणा से एक शव ज्योतिर्मठ पहुंचाया गया है। शव की शिनाख्त 40 वर्षीय मोहिंदर निवासी हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है।
ड्रोन आधारित इंटेलिजेंट ब्यूरिड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम से होगी खोज
#WATCH | Mana (Chamoli) avalanche incident | In Dehradun, PRO Defence Lt Colonel Manish Shrivastava says, "Four people are still missing. The Indian Army is on a rescue mission for the same. A drone-based Intelligent buried object detection system will now be used in the search… pic.twitter.com/0fn5zaJrLD
— ANI (@ANI) March 2, 2025
वहीं चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे माणा पास के निकट हिमस्खलन हुआ। वहां बीआरओ के 57 श्रमिक कंटेनरों में रह रहे थे। इनमें से तीन छुट्टी पर थे। डीएम ने बताया कि वायु सेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर, तीन चीता हेलीकॉप्टर, उत्तराखंड सरकार के दो हेलीकॉप्टर, एम्स ऋषिकेश से एक एयर एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्यों में लगे हैं।
सभी कंटेनर मिले हिमस्खलन क्षेत्र में जिन आठ कंटेनरों में मजदूर मौजूद थे, उन्हें ढूंढ लिया गया है। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इनमें कोई नहीं मिला। लापता चार मजदूरों की तलाश के लिए दिल्ली से सेना की जीपीआर रडार ग्राउंड पेनीट्रेशन राडार मंगवाया गया है। सेना के स्निफर डाग्स भी तैनात किए गए हैं। सेना की तीन टीमें सघन पेट्रोलिंग कर रही हैं।
चमोली जिले में बदरीनाथ के पास माणा में शुक्रवार तड़के हुए हिमस्खलन के बाद शनिवार देर शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा। इस दौरान चार श्रमिकों की मौत की खबर सामने आई। खबर लिखे जाने तक 54 श्रमिकों में से 46 को सकुशल बचा लिया गया था। इसमें से 13 श्रमिकों को शनिवार को रेस्क्यू किया गया, जबकि चार की खोजबीन अभी जारी है।
चमोली जिला प्रशासन के अनुसार, सेना, आईटीबीपी, बीआरओ और प्रशासन की टीमों ने शनिवार सुबह ही मोर्चा संभाल लिया था। 26 श्रमिकों को सेना के हेलीकॉप्टरों से ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) लाया गया। इनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। शेष 20 श्रमिक बदरीनाथ में आईटीबीपी और सेना के कैंप में सुरक्षित हैं। देर शाम जोशीमठ से दो श्रमिकों को हेली एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश भेजा गया।
सेना की ओर से लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष श्रीवास्तव ने वीडियो जारी कर चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं ज्योतिर्मठ थाना इंचार्ज देवेंद्र पंत ने बताया कि माणा से एक शव ज्योतिर्मठ पहुंचाया गया है। शव की शिनाख्त 40 वर्षीय मोहिंदर निवासी हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है।
चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह साढ़े पांच बजे माणा पास के निकट हिमस्खलन हुआ। वहां बीआरओ के 57 श्रमिक कंटेनरों में रह रहे थे। इनमें से तीन छुट्टी पर थे। डीएम ने बताया कि वायु सेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर, तीन चीता हेलीकॉप्टर, उत्तराखंड सरकार के दो हेलीकॉप्टर, एम्स ऋषिकेश से एक एयर एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्यों में लगे हैं।
सभी कंटेनर मिले हिमस्खलन क्षेत्र में जिन आठ कंटेनरों में मजदूर मौजूद थे, उन्हें ढूंढ लिया गया है। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इनमें कोई नहीं मिला। लापता चार मजदूरों की तलाश के लिए दिल्ली से सेना की जीपीआर रडार ग्राउंड पेनीट्रेशन राडार मंगवाया गया है। सेना के स्निफर डाग्स भी तैनात किए गए हैं। सेना की तीन टीमें सघन पेट्रोलिंग कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया
सीएम पुष्कर सिंह धामी आज सुबह फिर आपदा परिचालन केंद्र पहुंचे, यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर मौके पर जारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षित बाहर निकाले गए श्रमिकों की कुशलक्षेम जानी। साथ ही सैन्य अधिकारियों एवं प्रशासनिक टीमों से जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सभी पर्वतीय जिलों के लिए जारी किया अलर्ट
उत्तराखंड में बर्फबारी-हिमस्खलन की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के सभी पर्वतीय जिलों के लिए अलर्ट जारी कर दिया। आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि सभी जिलों के डीएम को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। ब्योरा P08
प्रधानमंत्री ने लिया बचाव अभियान का अपडेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी लगातार माणा में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का अपडेट ले रहे हैं। मोदी ने सुबह मुख्यमंत्री से बात की और आश्वस्त किया कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जो भी जरूरत पड़ेगी, उसे केंद्र सरकार तत्काल उपलब्ध कराएगी। धामी ने कहा कि प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन, सेना और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
लापता: 05
हिमाचल प्रदेश:
सुनील कुमार गांव दुमॉल, फतेहपुर कांगड़ा,
हरमेश चंद
उत्तर प्रदेश:
अशोक
उत्तराखंड:
अनिल कुमार
अरविंद कुमार सिंह
मृत:04
जितेंद्र सिंह _,हिमाचल प्रदेश
मंजीत यादव_ उतर प्रदेश
आलोक यादव_ उत्तराखंड
मोहिंदर पाल_ हिमाचल प्रदेश
_जोशीमठ लाए गए श्रमिक 24
_बद्रीनाथ माना में रखे श्रमिक 26