Kotdwar News: सम्मान समारोह में 43 लाभार्थी सम्मानित
- सीएम धामी ने किया सम्मान
लाभार्थी सम्मान समारोह में विभिन्न विभागों की योजनाओं से जुड़े 43 लाभार्थियों को सीएम धामी ने सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने कोटद्वार स्थित गब्बर सिंह कैंप के पास पुल बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कोटद्वार में लाभार्थी सम्मान समारोह कार्यक्रम में भाग लेते हुए पशुपालन विभाग, बाल विकास परियोजना पौड़ी, उद्यान विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, कृषि विभाग समाज कल्याण और नगर निगम के 43 लाभार्थियों को लाभार्थी चेक भी वितरित किए।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों के हित में लगातार कार्य कर रही है तथा इसके छोर के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए भी कृत संकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हमारे नागरिक अनेक तरह से लाभान्वित हुए हैं और पिछले 10 वर्षों में भारत का ऐसा कोई भी नागरिक नहीं होगा जो किसी न किसी योजना से लाभान्वित ना हुआ हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगभग 4 करोड़ लोगों को आवास योजना का लाभ दिया जा चुका है।
80 करोड़ से अधिक लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। 10 करोड़ से अधिक उज्जवला गैस कनेक्शन दिए हैं। इंद्रधनुष योजना के अंतर्गत सभी बच्चों का लगातार टीकाकरण करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 370 हटाने से लेकर सेना के आधुनिकीकरण, सीमाओं की सुरक्षा, हथियार निर्यातकों के रूप में पहचान बनाते जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से सबका साथ सबका विकास तथा एक राष्ट्र एक विधान, एक निशान और एक प्रधान को साकार किया है। प्रधानमंत्री जी के ही प्रयासों से आज हमारे प्रवासी नागरिक भी गर्व महसूस करते हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा कि इस देवभूमि और वीर भूमि के सपूतों ने हमेशा देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित किया है।
उन्होंने कहा कि बाबा सिद्धबली की कृपा से हम प्रदेश के लिए आगे भी बेहतर काम करते रहेंगे तथा अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक योजनाओं का और विकास कार्यों का लाभ पहुंचाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में आपदा के दौरान हमने बाढ़ सुरक्षा कार्य और सड़क, विद्युत, एवं पेयजल से संबंधित कनेक्टिविटी को बाहर करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए।
हमारी जीएसडीपी सकल राज्य घरेलू उत्पाद दुगनी हो, हम आदर्श राज्य के रूप में विकसित हों, इसी लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने सभी नागरिकों विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और विकास के लिए अनेक कार्य किए हैं।
नकल विरोधी एवं समान नागरिक संहिता कानून किया लागू
समान नागरिक संहिता का लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा और आने वाले समय में अन्य राज्य भी इसका लाभ लेंगे। सख्त नकल विरोधी कानून लाकर हमने युवाओं का योग्यता के आधार पर चयन सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह का धर्मांतरण ना हो पाए इसके लिए हमने सख्त कानून का प्रावधान किया है।
संसाधनों को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने वालों के विरुद्ध हमने सख्त कार्रवाई करते हुए दंगा निरोधक कानून बनाया है। जिसके अंतर्गत संसाधनों को नुकसान पहुंचाने वाले से ही उसकी वसूली भी की जाएगी।इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोटद्वार स्थित गब्बर सिंह कैंप के पास पुल निर्माण कराने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि आज वर्चुअल माध्यम से समस्त जनपदों के विकास कार्यों से संबंधित 17 विभागों की कुल 8275.51 करोड़ रु की 122 विभिन्न योजनाओं का डिजिटल माध्यम से लोकार्पण और शिलान्यास किया गया। इसमें जनपद पौड़ी गढ़वाल से संबंधित 828 करोड़ की योजनाएं भी शामिल हैं।
इस दौरान राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अथक प्रयासों से ही कोविड काल जैसी विकट परिस्थितियों से निपटने में हम सक्षम हुए और इसके साथ ही हमने भारत की जनता को टीकाकरण और राशन उपलब्ध करवाया बल्कि विदेशों में भी कोविड वैक्सीन पहुंचाई। उन्होंने कहा कि आज सभी बहनों के घर में गैस चूल्हा है और अब धुएं की बीमारी से महिलाएं मुक्त रहेगी।
उन्होंने कहा कि देश प्रदेश के विकास के लिए जो भी आवश्यक होगा उसके लिए हमारी सरकार प्रयासरत रहेगी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का स्वाभिमान लौट आया है। उन्होंने सबको साथ लेते हुए देश के लिए जो काम किया है, उसे हमारा देश बहुमुखी विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विधायक कोटद्वार ऋतु खंडूरी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कोटद्वार में आई आपदा के दौरान तीव्र गति से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य संपन्न करवाए हैं। इस अवसर पर विधायक लैंसडाउन दिलीप सिंह रावत व विधायक यमकेश्वर रेनू बिष्ट, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अन्थवाल सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।