आतंकी समूह ने घर में घुस खाना खाया, फोन कॉल किया और ले उड़ा ढेर सामान

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जम्मू-कश्मीर, हिन्दुस्तान टाइम्स से फोन पर बात करते हुए पेशे से शिक्षक 35 वर्षीय रशपॉल सिंह ने कहा कि बुधवार रात करीब 8 बजे तीन लोग हथियार लेकर हमारे घर में घुस आए। उन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे।

शिक्षक के घर रात में घुसा आतंकी समूह, खाना खाया; फोन कॉल किया और ले उड़ा ढेर सामान
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और किश्तवाड़ जिलों में आतंकवाद विरोधी अभियान के बीच, बुधवार देर रात उधमपुर जिले के बसंतगढ़ इलाके में तीन हथियारबंद आतंकवादियों का एक समूह एक ग्रामीण के घर में जबरन घुस गया। उनके घर में आतंकियों ने खाना खाया और मोबाइल फोन से व्हाट्सएप कॉल किए, फिर कपड़े, जूते, एक बैग और एक छाता छीनकर फरार हो गया। ये सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से जुड़े माने जा रहे हैं।

गुरुवार को हिन्दुस्तान टाइम्स से फोन पर बात करते हुए पेशे से शिक्षक 35 वर्षीय रशपॉल सिंह ने कहा, “बुधवार रात करीब 8 बजे तीन लोग हथियार लेकर हमारे घर में घुस आए। उन्होंने काले कपड़े पहने हुए थे। सभी के चोहरों पर दाढ़ी और मूंछें थीं। उन्होंने हमें शांत रहने और डरने से मना किया।” सिंह ने बताया कि उनमें से एक की उम्र करीब 34 साल थी, जबकि दो अन्य की उम्र करीब 25 या 26 साल थी।

अत्याधुनिक हथियार से लैस थे आतंकी
सिंह ने बताया,”उन्होंने कहा कि वे भूखे हैं और उन्होंने भोजन की मांग की। हमने उन्हें भोजन उपलब्ध कराया।” सिंह ने कहा कि जब आतंकी उनके घर में घुसे तब वह अपने बुजुर्ग पिता और मां के साथ थे। उन्होंने कहा, “जब मैंने उनसे पूछा कि क्या वे सेना के जवान हैं, तो उनमें से एक ने कहा कि वे आतंकवादी हैं।” सिंह ने कहा कि तीनों लोगों के पास आग्नेयास्त्र थे। इसके अलावा दो के पास सामान्य दिखने वाले हथियार भी थे,जो संभवतः एके-47 था। उन्होंने बताया कि तीसरे के पास एक अत्याधुनिक हथियार था, संभवतः एम4 कार्बाइन जिस पर विजन डिवाइस लगा हुआ था। सिंह ने बताया आतंकवादी घर में रात 11.30 बजे तक रहे।

फोन ले गए आतंकी, सिम दिया छोड़
रशपॉल सिंह ने कहा, “उन्होंने मेरे फोन से किसी व्यक्ति को व्हाट्सएप कॉल किया और उससे ऐसी भाषा में बात की, जिसे हम समझ नहीं पाए। हालांकि, वे हमारी डोगरी भाषा समझते थे, लेकिन एक-दूसरे से उर्दू में बात करते थे।” उन्होंने बताया कि घर से निकलने से पहले उन्होंने मेरा मोबाइल फोन, कुछ कपड़े, पतलून, जूते, एक छाता और एक बैग छीन लिया। हालांकि, आतंकवादियों ने सिंह को उसका सिम कार्ड वापस दे दिया। सिंह ने बताया कि घर से निकलने से पहले आतंकियों ने पनारा, बसंतगढ़, संघ और अन्य स्थानों के बारे में पूछताछ की।

यहां यह बताना जरूरी है कि सिंह का घर जोफर से करीब 15 किलोमीटर दूर था, जहां बुधवार को सुरक्षा बलों की आतंकवादियों के एक अन्य समूह के साथ मुठभेड़ हुई थी। जोफर गांव खब्बल के उत्तर में है। 3 अप्रैल को दो आतंकवादी उधमपुर के मजालता ब्लॉक के चोरे पंजवा-खब्बल इलाके में एक घर में घुस गए थे, परिवार को बंधक बना लिया था और जबरन मोबाइल फोन और खाना छीनकर रात करीब 10 बजे भाग गए थे। यह वही इलाका है जहां सुरक्षा बलों ने 3 अप्रैल को आतंकवादियों को देखा था। वे संभवतः उसी समूह के हैं जो सीमा पार से घुसपैठ कर आया था और जिसे पहली बार 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर के सानियाल गांव के जंगल में देखा गया था। सुरक्षा अधिकारियों का मानना ​​है कि एक बड़ा समूह अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से घुसपैठ कर आया था और अब छोटे-छोटे समूहों में बंट गया है।

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