फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के आरोप में क्रिकेटर यश भारद्वाज पर FIR
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के जोन 21 के लिए खेलने वाले क्रिकेटर यश भारद्वाज के खिलाफ पालम थाना पुलिस ने 29 जनवरी को केस दर्ज किया है। यश और उसके परिजनों पर अरुणाचल प्रदेश से क्रिकेटर का फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप है। पुलिस ने संबंधित धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरेंद्र भारद्वाज अपने परिवार के साथ राज नगर की पालम कॉलोनी में रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी पूनम भारद्वाज और बेटा यश भारद्वाज शामिल है। यश भारद्वाज बीसीसीआई के लिए क्रिकेट खेलता है और वह बीसीसीआई के जोन 21 दक्षिण-पश्चिमी की टीम में है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक एनजीओ ने 23 जनवरी को बीसीसीआई के जोन 21 के लिए क्रिकेट खेलने वाले यश भारद्वाज और उसके परिजनों के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि यश का जन्म दिल्ली में 6 दिसंबर 2003 को हुआ था। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से जन्म प्रणाम पत्र जारी किया गया था। प्रमाण पत्र 29 सितंबर 2015 है। यश के परिजनों पर आरोप है कि उन्होंने 16 जून 2017 को अरुणाचल प्रदेश से यश का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाया है। इस प्रमाण पत्र में यश का जन्म स्थान अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंट जिला स्थित पीएस सीपा के सचुंग में डाकघर लाडा का दिखाया गया है। यश ने दिल्ली के वेंकटेश्वर इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की है।
घरेलू क्रिकेट सत्र खेलने के लिए इस्तेमाल किया
जांच में सामने आया कि आरोपी कभी अरुणाचल प्रदेश नहीं गया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि यश ने इस फर्जी जन्म प्रमाण पत्र का इस्तेमाल बीसीसीआई के घरेलू क्रिकेट सत्र खेलने के लिए किया है। यश ने जब घरेलू क्रिकेट सत्र में हिस्सा लिया था तब वह नाबालिग था। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि मामले की शिकायत मिली थी। शिकायत के बाद दस्तावेज और अन्य पहलू की जांच के बाद संबंधित धारा में केस दर्ज किया गया है।
राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी गिरफ्तार
वहीं, एक अन्य मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जितेंद्र गोगी गैंग के शूटर और कुश्ती के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी को गिरफ्तार किया है। आरोपी अक्षय उर्फ टैक्सी के पास से पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी ने गत वर्ष सितंबर में नरेला इलाके में जेल में बंद गैंगस्टर रोहित उर्फ मोई के कहने पर फायरिंग की थी। अक्षय ने पिछले वर्ष 24 सितंबर को इलाके में दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की थी। एसीपी उमेश बर्थवाल, इंस्पेक्टर रामपाल की टीम ने धौला कुआं, मेट्रो स्टेशन के पास से आरोपी अक्षय को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह कुश्ती का राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी था। एक साथी की मदद से जितेंद्र उर्फ गोगी गिरोह के एक बदमाश रोहित के संपर्क में आया था।