मप्र में अवाडा ग्रुप 50 हजार करोड़ और सिंघानिया ग्रुप करेगा 1500 करोड़ रुपये का निवेश

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– मध्य प्रदेश रणनीतिक निवेश गंतव्य के रूप में उद्योग जगत की पहली पसंद : सिंघानिया

भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Chief Minister Dr. Mohan Yadav) ने बुधवार को नई दिल्ली में जीआईएस-2025 के इन्वेस्ट एमपी कर्टेन रेजर कार्यक्रम (Invest MP Curtain Raiser Program of GIS-2025) में उद्योगपतियों को आगामी 24 एवं 25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में झीलों, पहाड़ों और वन संपदा से युक्त सुंदर भोपाल शहर में आमंत्रित किया। कार्यक्रम में अवाडा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल ने 50 हजार करोड़ के निवेश की बात कही। उन्होंने कहा कि 2013 में अवाडा ने 150 मेगावाट का प्रोजेक्ट लगाया था। अब एमपी में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है। वहीं, सिंघानिया ग्रुप ने मप्र में सीमेंट सेक्टर में 1500 करोड़ रुपये की इच्छा जताई।

कार्यक्रम की शुरुआत सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन और जेके सीमेंट के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ माधवकृष्ण सिंघानिया के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की रणनीतिक स्थिति, निवेश अनुकूल नीतियां और सुगम प्रक्रियाएं इसे निवेशकों के लिए आकर्षक स्थल बनाती हैं। उन्होंने बताया कि जेके सीमेंट ने वर्ष 2016 में कटनी में वॉल पुट्टी प्लांट की स्थापना के साथ प्रदेश में अपनी औद्योगिक यात्रा शुरू की थी। इसके बाद उज्जैन और पन्ना में भी संयंत्र स्थापित किए गए। हाल ही में कंपनी ने पन्ना में तीन हजार करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति लॉजिस्टिक्स के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। प्रदेश में उच्चस्तरीय अधोसंरचना, सुव्यवस्थित प्रशासनिक प्रक्रिया और उद्योग-अनुकूल नीतियां निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं। विभिन्न सेक्टर-फोकस्ड नीतियों के माध्यम से सरकार निवेशकों की आवश्यकताओं के अनुसार सुधार कर रही है, जिससे मध्य प्रदेश एक वास्तविक निवेश-फ्रेंडली राज्य के रूप में उभर रहा है।

दो इंटरैक्टिव राउंड टेबल बैठकें हुईं
कर्टेन रेजर कार्यक्रम में दिल्ली में दो इंटरैक्टिव राउंड टेबल मीटिंग हुई। पहली इंटरैक्टिव राउंड टेबल प्रमुख दूरसंचार कंपनियों के साथ हुई, जिसमें भारत में दूरसंचार के भविष्य और मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम में प्रस्तावित टेलीकॉम पार्क की जानकारी दी, जो राज्य के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय दूरसंचार मंत्रालय, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, रिलायंस जियो, एरिक्सन और नोकिया सहित प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया। चर्चाओं में 5-जी, मेक इन इंडिया, दूरसंचार उपकरण निर्माण, और कौशल विकास जैसे विषयों पर जोर दिया गया। साथ ही ग्वालियर के पास प्रस्तावित टेलीकॉम पार्क, सरकारी सब्सिडी, और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नीतिगत सुधारों पर विचार-विमर्श हुआ।

दूसरी इंटरैक्टिव राउंड टेबल, प्रमुख राजदूतों और राजनयिकों के साथ हुई। इसमें जीआईएस-2025 की रणनीतिक रूपरेखा प्रस्तुत कर अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को मध्य प्रदेश में उपलब्ध निवेश अवसरों से अवगत कराया गया। मध्य प्रदेश की व्यापक औद्योगिक क्षमता, निवेश अनुकूल नीतियाँ, और सुदृढ़ अधोसंरचना को प्रस्तुत किया गया। बैठक में 40 देशों के 51 राजनयिक और व्यापारिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें 13 राजदूत, 4 उच्चायुक्त, 5 चार्ज द’अफेयर, 3 डिप्टी हेड्स, 6 काउंसलर, 4 प्रथम सचिव, 2 द्वितीय सचिव, और 5 आर्थिक एवं व्यापारिक विशेषज्ञ शामिल थे।

जीआईएस में यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और जापान जैसे विकसित राष्ट्र पार्टनर कंट्री
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और जापान जैसे विकसित राष्ट्र पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल हो रहे हैं। यह वैश्विक प्रतिनिधित्व मध्य प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश के बढ़ते अवसरों को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली में आयोजित कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में राजदूतों, निवेशकों, नीति-निर्माताओं और विभिन्न सेक्टर के उद्योगपतियों से संपर्क कर मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आग्रह किया गया। उन्हें बताया गया कि निवेशकों के लिए सहज प्रक्रियाएं, पारदर्शी नीति ढांचा और 24×7 सरकारी सहयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नवाचार, स्टार्ट-अप्स, और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियाँ लाई जा रही है, प्रोत्साहन योजनाएं लागू की गई हैं। जीआईएस-2025 से मध्य प्रदेश निवेश अभियान के अगले सोपान में प्रवेश कर रहा है। राजा भोज की नगरी, झीलों की नगरी, प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24-25 फ़रवरी को रहा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भव्य आयोजन किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी करेंगे जीआईएस-2025 का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। देश-विदेश के 20 हज़ार से अधिक निवेशक, उद्योगपति एवं अन्य महानुभाव होंगे शामिल। साथ ही 40 देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। समिट में शहरी विकास से लेकर आईटी तक, रिन्यूएबल एनर्जी से लेकर टूरिज्म तक- हर सेक्टर पर फोकस्ड सेशन्स होंगे। मध्यम, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों हेतु एमएसएमई समिट एवं प्रवासी मध्य प्रदेश समिट आयोजित की जाएगी। ग्लोबल साउथ सेशन के माध्यम से विकासशील देशों के साथ नई साझेदारी की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।

उन्होंने कहा कि जीआईएस इनोवेटर्स, स्टार्ट-अप्स फ़ाउंडर्स और उद्योग लगाने वाले युवाओं के लिये बिज़नेस ग्रो करने का सुनहरा अवसर। मध्य प्रदेश तेजी से उभरते हुए औद्योगिक और निवेश हब के रूप में स्थापित हो रहा है। जीआईएस-2025 इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा, जहां वैश्विक और राष्ट्रीय निवेशक राज्य की असीम संभावनाओं का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली में हुआ कर्टेन रेजर कार्यक्रम मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक नई ऊँचाई पर ले जाएगा। हम प्रदेश की आर्थिक उन्नति, रोजगार सृजन और समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्य प्रदेश आने और इस समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने सभी राजदूत, निवेशकों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं को धन्यवाद दिया जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि आइए, हम सभी मिलकर मध्य प्रदेश को निवेश और विकास का आदर्श केंद्र बनाएं।

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