क्या आपका बच्चा भी स्कूल जाने के बाद उदास और खोया-खोया रहता है,जाने पैरेंट्स की ये गलतियां

नई दिल्ली, अगर आपके बच्चे की टीचर हमेशा ये शिकायत करती हैं कि बच्चे का मन स्कूल के दौरान पढ़ाई में नहीं लगता। तो इसका कारण सुबह के समय पैरेंट्स की गई ये गलतियां होती है। जिसकी वजह से बच्चा फोकस नहीं कर पाता।
पैरेंट्स की ये गलतियां बच्चे का स्कूल में नहीं लगने देती मन, पढ़ाई पर नहीं कर पाता फोकस
क्या आपका बच्चा भी स्कूल जाने के बाद उदास और खोया-खोया रहता है। साथ ही उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता। अगर आपके बच्चे की टीचर भी इस तरह की शिकायत करती हैं तो ये बच्चे के अटेंशन कम होने की दिक्कत नही हैं। बल्कि इसकी वजह है सुबह के समय पैरेंट्स की गई ये गलती। जिसकी वजह से बच्चा स्कूल में पढ़ाई में फोकस नहीं कर पाता है और ध्यान भटका हुआ रहता है। अगर अपने बच्चे को सुबह हंसता-खेलता स्कूल भेजना चाहती हैं तो इन गलतियों न को करें।
ब्रेकफास्ट खाने की जल्दी
अगर आपका बच्चा जल्दी-जल्दी में बहुत थोड़ा सा ब्रेकफास्ट करके जाता है। वो भी शुगर वाला तो ये ना केवल बच्चे के शुगर लेवल को शूट करेगा बल्कि इसकी वजह से बच्चा सुस्त और फोकस करने में दिक्कत महसूस करेगा। बच्चे का दिमाग डेवलपिंग जोन में होता है। ऐसे में वो स्कूल पहुंचते ही ढेर सारी इंफॉर्मेशन अब्जॉर्ब नहीं कर पाता। ऐसे में उसे सही न्यूट्रिशन देने की जरूरत होती है। बच्चे को भरपेट और प्रोटीन, कार्ब्स और हेल्दी फैट्स वाले ब्रेकफास्ट खिलाएं। जिससे उसे ब्लड शुगर ऊपर-नीचे होने और सुस्ती जैसी समस्या का सामना ना करना पड़े।
नींद की कमी
बच्चों को बड़ों से ज्यादा नींद की जरूरत होती है। सुबह बच्चों को कंस्ट्रेशन की कमी की सबसे बड़ी वजह नींद की कमी होती है। बच्चे को अगर मुश्किल से साढ़े सात से आठ घंटे की नींद मिलती है तो इससे ना केवल सुबह वो चिड़चिड़ा होगा बल्कि उसका माइंड इंस्ट्रक्शन पर फोकस भी नहीं कर पाएगा। बच्चे को पर्याप्त मात्रा में नींद के साथ वीकेंड पर भी उसी रूटीन में सुलाने और जगाने का अभ्यास करें। जिससे बच्चे की नींद पूरी हो और सुबह वो फ्रेश माइंड से उठे। अच्छी नींद के लिए कंसिस्टेंस बेडटाइम रूटीन जरूरी होता है।