ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ मैक्सिको और ब्राजील ने मिलाया हाथ, पलटवार करने की तैयारी

मैक्सिको सिटी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) ने भले ही 75 देशों में टैरिफ (Tariffs) को 90 दिनों के लिए टाल दिया है, लेकिन कई देश ट्रंप के फैसले को लेकर नाखुश हैं। वे आपस में मिलकर ट्रंप को जवाब देने की रणनीति बना रहे हैं। अब मैक्सिको और ब्राजील (Mexico and Brazil) ने भी टैरिफ मुद्दे पर अमेरिका पर पलटवार करने के लिए हाथ मिलाया है। लैटिन अमेरिका (Latin America) की सबसे बड़ी दोनों अर्थव्यवस्थाओं ने द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत करने पर जोर दिया है।
मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम और ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने होंडुरास में एक क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने अन्य मुद्दों के अलावा ट्रंप के टैरिफ और बढ़ते निर्वासन का जवाब देने की रणनीति बनाई। ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने एक्स पर लिखा कि हमने अपनी सरकारों और ब्राजील और मैक्सिको के व्यापारिक क्षेत्रों के बीच नियमित बैठकों को बढ़ावा देकर दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का फैसला किया है। वहीं शिनबाम ने कहा कि आज पहले से कहीं ज्यादा यह समझने का सही समय है कि लैटिन अमेरिका और कैरिबियन को एकता और एकजुटता की ज़रूरत है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को 75 देशों को 90 दिनों तक टैरिफ में राहत देने का भी एलान किया। जबकि चीन के खिलाफ टैरिफ को बढ़ाकर 125 फीसदी कर दिया। अब चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है। टैरिफ में रोक के बावजूद कई व्यापारिक साझेदारों और अमेरिकी सहयोगियों के बीच नाराजगी अभी भी बनी हुई है। इन देशों ने ट्रंप प्रशासन की अनिश्चितता के सामने अन्य विश्वसनीय व्यापार विकल्पों की तलाश शुरू कर दी है। इसके अलावा कई देशों में ट्रंप की निर्वासन रणनीति को लेकर भी नाराजगी है।
अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ कह चुके हैं कि पनामा नहर में चीनी उपस्थिति सुरक्षा के लिए खतरा है। वहीं बताया यह भी जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन मैक्सिकन ड्रग कार्टेल के खिलाफ ड्रोन हमलों की तैयारी कर रहा है। इसे लेकर मैक्सिको की राष्ट्रपति शिनबाम ने कहा कि हम किसी भी तरह के हस्तक्षेप या दखलंदाजी से सहमत नहीं हैं।