इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान में घुसी : हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीनी हमले किये शुरू
इजरायल की सेना आखिरकार दक्षिणी लेबनान में घुस गई है और उसने हिजबुल्लाह के ठिकानों पर जमीनी हमले शुरू कर दिये हैं। बताया जाता है कि इजरायली हमले ने मंगलवार को दक्षिण लेबनान शहर सिडोन में एक शीर्ष फिलिस्तीनी आतंकवादी को निशाना बनाया। दरअसल हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की मौत के बाद इजरायली सेना लगातार लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर तेजी से कार्रवाई कर रही है।
इजरायल के जमीनी हमलों को लेकर फिलिस्तीनी शिविर के अधिकारियों द्वारा संवेदनशीलता का हवाला देते हुए ‘इजरायली हमले में ऐन अल-हेलवे शिविर में मुनीर मकदाह के बेटे के घर को निशाना बनाने की बात भी कहे जाने की सूचना आ रही है।
वहीं ये भी बताया जा रहा हे कि इजरायल की ओर से दक्षिणी लेबनान में किये जा रहे जमीनी हमलों पर अमेरिकी ने भी अपनी सहमति दे दी है। इस संबंध में अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जो जानकारी देने की बात सामने आ रही है उसके अनुसार कि आईडीएफ इजरायल बॉर्डर के पास लेबनान में हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए सीमित जमीनी अभियान चला रहा है।
अमेरिका शुरुआत से इजरायल के साथ खड़ा रहा है और अब भी पूरी मदद कर रहा है। बताया जाता है कि इजरायल के दक्षिणी लेबनान में हमलों की घोषणा से पहले अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि इजरायल ने लेबनान के अंदर छोटे जमीनी हमले शुरू किए थे, और इजरायल ने तीन छोटे सीमावर्ती समुदायों को “क्लोज मिलिट्री जोन” घोषित कर दिया, जिससे केवल सेना के जवानों ही यहां जा सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर इजरायली सेना ने अपने बयान में कहा, हमने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों के खिलाफ “सीमित, स्थानीय और लक्षित जमीनी हमले” शुरू कर दिए हैं। ये लक्ष्य सीमा के नजदीक गांवों में स्थित हैं और उत्तरी इजराइल में इजरायली समुदायों के लिए तत्काल खतरा पैदा करते हैं।’
जानकारों का मानना है कि ऐसा लग रहा है मानो बेंजामिन नेतन्याहू ने अब हिजबुल्लाह को खत्म करने की कसम खा ली है। ऐसे में यह ऑपरेशन कितने समय तक चलेगा, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं सेना ने कहा कि सैनिक हाल के महीनों में मिशन के लिए प्रशिक्षण और तैयारी कर रहे हैं। इज़राइल की ओेर से कहा गया है कि वह हिजबुल्लाह पर तब तक हमला करना जारी रखेगा, जब तक कि सीमावर्ती समुदायों से विस्थापित इज़राइलियों के लिए अपने घरों में लौटना सुरक्षित न हो जाए। उससे पहले यह सैन्य ऑपरेशन रुकने वाला नहीं है।
अब तक इजरायली सैनिकों और हिजबुल्लाह आतंकवादियों के बीच सीधी झड़प की कोई खबर नहीं है। लेकिन शाम को इजरायली तोपखानों ने दक्षिणी लेबनान में कई टारगेट पर हमला किया, जिसके बाद पूरे बेरूत में हवाई हमलों की आवाज़ें सुनी गईं। बताया जाता है कि इजराइल द्वारा तीन इमारतों के निवासियों को खाली करने का आदेश देने के तुरंत बाद, राजधानी के दक्षिणी शहर से धुआं उठने लगा, जहां हिजबुल्लाह की मजबूत उपस्थिति है।
दरअसल हिजबुल्लाह समूह के खिलाफ युद्ध में लेबनान पर इजरायली हवाई हमले तेज हो गए हैं, जबकि ईरान समर्थित आतंकवादी समूह ने उत्तरी इजरायल में अधिक दूरी तक मार करने वाले रॉकेट दागे हैं। जानकारों की मानें तो दोनों पक्षों ने अपने अगले मुकाबले की तैयारी में पिछले दो दशक बिताए हैं, जहां हिजबुल्लाह ने एक बड़ा शस्त्रागार बनाया है। वहीं इजराइल ने प्रशिक्षण और खुफिया जानकारी जुटाने में बड़ी रकम का निवेश किया है।
इजरायली सैन्य कार्रवाई तेज होने के बाद से अब तक 52,000 से अधिक लेबनानी नागरिक सीरिया भाग गए हैं। वहीं ये बात भी कही जा रही है कि लेबनानी शरणार्थियों के अलावा लगभग 1,25,000 सीरिया के नागरिक भी अपने वतन लौट आए हैं।