गाजा में राहत पहुंचाने वालों के साथ बर्बरता…, कई शहरों में दवाईयां और खाने-पीने की चीजें खत्म

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गाजा। इजरायल और हमास (Israel and Hamas war) के बीच बीते डेढ़ सालों से जारी जंग के बीच गाजा (Gaza) की स्थिति दयनीय होती जा रही है। गाजा में सहायता पहुंचाने वाले समूहों के मुताबिक गाजा के कई शहरों में दवाईयां और खाने-पीने की चीजें (Medicines and food items) खत्म हो चुकी हैं और एजेंसी द्वारा चलाईं जा रहीं सामुदायिक रसोई घरें जल्द ही बंद हो जाएगी। इससे गाजा की बड़ी आबादी भुखमरी के कगार पर है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने इजरायल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक इजरायल गाजा में सहायता पहुंचाने वाले लोगों पर भी जुल्म ढा रहा है।

फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, UNRWA ने मंगलवार को कहा है कि इजरायल ने गाजा में उसके 50 से अधिक कर्मचारियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया है। UNRWA के मुताबिक इजरायली सेना में हिरासत में रखे गए इन लोगों को मानव ढाल के रूप में भी इस्तेमाल किया गया। मंगलवार को UNRWA के प्रमुख फिलिप लाजारिनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “अक्टूबर 2023 में जंग की शुरुआत के बाद से UNRWA के 50 से अधिक कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। इनमें शिक्षक, डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया है।”

कुत्तों से करवाए हमले
लाजारिनी ने एक कर्मचारी का हवाला देते हुए बताया कि इस दौरान हिरासत में लिए गए लोगों को सोने की इजाजत नहीं दी जाती थी। वहीं अपमानित किया जाता था यहां तक कि उनके परिवार के लोगों को नुकसान पहुंचाने की धमकियां भी मिलीं। हिरासत से छूटे कुछ लोगों ने बताया कि उनपर कुत्तों से हमले करवाए गए। लाजारिनी ने बताया, “कई लोगों से जबरन कबूलनामा करवाए गए। यह दर्दनाक और बेहद अपमानजनक है।”

एमनेस्टी इंटरनेशनल के आरोपों को किया खारिज
इस बीच संयुक्त राष्ट्र के इन आरोपों पर इजरायल ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। बता दें कि इजरायल UNRWA पर प्रतिबंध लगा चुका है। वहीं इजरायल ने मंगलवार को मानवाधिकार समूह एमनेस्टी इंटरनेशनल के आरोपों को खारिजकर दिया है। एमनेस्टी की रिपोर्ट में दावा किया गया कि इजरायल गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार कर रहा है। हालांकि इजरायल इन दावों को झूठ करार दिया है।

खुद का बचाव कर रहा है इजरायल
इजरायल के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ओरेन मार्मोरस्टीन ने एक बयान में कहा, “कट्टरपंथी इजरायल विरोधी संगठन एमनेस्टी ने एक बार फिर इजरायल के खिलाफ निराधार झूठ प्रकाशित करने का विकल्प चुना है।” उन्होंने कहा है कि इजरायल खुद का बचाव करने के लिए हमास के खिलाफ जंग लड़ रहा है और सेना आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाती है।

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