‘फूल और कांटे’ फिल्म से जुड़ी ये सच्चाई नहीं जानते होंगे आप
- अजय देवगन जल्द ही बतोर निर्देशक अपनी अगली फिल्म में अक्षय कुमार को निर्देशित करने जा रहे हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि अगर अक्षय कुमार ने हां कर दी होती तो फिल्म जगत को अजय देवगन जैसा दमदार अभिनेता मिल ही नहीं पाता।
- अक्षय की ना ने दिलाई अजय को पहली फिल्म
अभिनेता अजय देवगन की पहली फीचर फिल्म ‘फूल और कांटे’ 22 नवंबर 1991 को रिलीज हुई। इसी दिन यश चोपड़ा की अनिल कपूर और श्रीदेवी अभिनीत फिल्म ‘लम्हें’ भी रिलीज हुई। रिलीज से पहले फिल्म ‘फूल और कांटे’ के निर्देशक कुकू कोहली बहुत परेशान रहे लेकिन रिलीज के तीसरे दिन से ही उनके पास बधाइयों के फोन दुनिया भर से आने लगे कि उन्होंने एक नया सुपरस्टार हिंदी स़िनेमा को दे दिया है। लेकिन, क्या आपको पता है कि अगर अक्षय कुमार ने हां कर दी होती तो फिल्म जगत को शायद अजय देवगन जैसा दमदार अभिनेता मिल ही नहीं पाता। जी हां, ये किस्सा खुद कुकू कोहली का ही बताया हुआ है।
उन दिनों अक्षय कुमार फिल्म ‘दीदार’ में दिग्गज निर्देशक प्रमोद चक्रवर्ती के साथ काम कर रहे थे और कुकू कोहली बतौर निर्देशक अपनी पहली फिल्म ‘फूल और कांटे! में उन्हें अपना हीरो लेना चाह रहे थे। तारीखों को लेकर बात बनी नहीं और इसी बीच उस समय के मशहूर स्टंट निर्देशक वीरू देवगन घूमते फिरते कुकू कोहली के दफ्तर आ गए।
कुकू ने उनसे अपनी डेब्यू फिल्म का जिक्र किया और हीरो को लेकर परेशानी बताई। वीरू के पास अजय देवगन की कुछ तस्वीरें थी, जिन्हें देखते ही कुकू के चेहरे पर चमक आ गईं। तुरंत वीरू के बेटे को बुलाकर ऑडिशन लिया गया और हिंदी सिनेमा को मिल गया नया हीरो, अजय देवगन। कुकू बताते हैं, “फिल्म ‘फूल और कांटे में दो मोटरसाइकिल पर सवारी का दृश्य अजय देवगन ने खुद शूट किया। इसके लिए डुप्लीकेट लेने या लॉरी पर बाइक रखने का सुझाव भी उसने नहीं माना। पूरे सीन में कोई भी वीएफएक्स नहीं है।”