Richest Party of India: कौन सी पार्टी, देश की सबसे अमीर पार्टी?
- Political Parties Donation 2023-24: एक साल में आठ पार्टियों को 3500 करोड़ का चंदा मिला
Political Parties Donation 2023-24: साल 2024 में देश के सियासी चौसर में घड़ी की सुईया कुछ इस कदर घूमती रही कि हर चुनाव लोगों को चौंका गया। लोकसभा चुनाव से लेकर हरियाणा, महाराष्ट्र झारखंड और आंध्र के चुनाव में सियासी दलों के लिए उम्मीद से विपरीत नतीजे आए। इस दौरान पार्टियों को ना सिर्फ जमकर चुनावी चंदा मिला, बल्कि चुनावी समर में जमकर खर्च भी किया। चलिए जानते हैं कि आखिर साल 2024 में कौनसी पार्टी सबसे अमीर पार्टी बनी और किसे सबसे अधिक चंदा मिला। इस फेहरिस्त में सबसे ऊपर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी BJP का नाम है।
चुनाव आयोग ने जारी की रिपोर्ट
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में बीजेपी को ट्रस्ट और कॉर्पोरेट हाउसेज से कुल 2,244 करोड़ रुपए का चंदा मिला है, जो पिछले साल की तुलना में तीन गुना अधिक है। वहीं कांग्रेस पार्टी को पिछले साल 79.9 करोड़ रुपए मिले थे, जो इस साल बढ़कर 288.9 करोड़ हो गए हैं। इन पार्टियों के चंदे की पूरी जानकारी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
2024 में किस पार्टी को मिला कितना चंदा
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से सबसे अधिक चंदा
चुनाव आयोग द्वारा जारी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बीजेपी को प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 723.6 करोड़ और कांग्रेस को 156.4 करोड़ रुपए मिले हैं। इसका मतलब यह है कि बीजेपी का एक-तिहाई और कांग्रेस का आधे से ज्यादा डोनेशन प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से ही आया है। पिछले साल प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट में सबसे ज्यादा पैसे देने वाली कंपनियों में सीरम इंस्टीट्यूट, मित्तल ग्रुप और भारती एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियां शामिल थीं।
चंदा कैसे मिलता है?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2024 में इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम को रद्द कर दिया था, जिसके बाद राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने के लिए अब डायरेक्ट ट्रांसफर या इलेक्टोरल ट्रस्ट रूट का इस्तेमाल किया जाता है। 2023-24 में बीजेपी को पिछले साल के मुकाबले 212% ज्यादा चंदा मिला है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है; 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी को 742 करोड़ और कांग्रेस को 146.8 करोड़ का चंदा मिला था।
अन्य पार्टियों को मिलने वाला चंदा
अब बात करते हैं क्षेत्रीय पार्टियों की। 2023-24 में बीआरएस को 495.5 करोड़ रुपए, डीएमके को 60 करोड़ रुपए, वाईएसआर कांग्रेस को 121.5 करोड़ रुपए और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 11.5 करोड़ रुपए चंदा मिला है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को 11.1 करोड़ रुपए का चंदा मिला है, जो पिछले साल 37.1 करोड़ रुपए था, यानी AAP के चंदे में गिरावट देखी गई है। इसी दौरान बहुजन समाज पार्टी (BSP) को मात्र 20,000 रुपए का चंदा प्राप्त हुआ है।