UP में पहलगाम हमले के बाद बांग्लादेशियों-रोहिंग्याओं पर भी सख्ती, तलाश में जुटी पुलिस

लखनऊ। पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam terror attack) के मद्देनज़र उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने अब यूपी में रह रहे बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं (Bangladeshis and Rohingyas) पर सख्ती शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निर्देश पर जहां प्रदेश में बांग्लादेशियों, रोहिंग्याओं की तलाश शुरू कर दी गई है। इन्हें वापस भेजा जाएगा। वहीं नेपाल-भारत सीमा पर बने अवैध मदरसों और अतिक्रमण के खिलाफ प्रदेश सरकार ने जोरदार अभियान छेड़ दिया है। इसी के साथ प्रदेश में आए पाकिस्तानी नागरिकों को चुन-चुन कर पाकिस्तान भेजने की कार्रवाई कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में रोहिंग्या, बांग्लादेशियों की तलाश हर जिले में शुरू कर दी गई है। इस तरह का अभियान वर्तमान में गुजरात में चलाया जा रहा है। कई जिलों में झुग्गी बस्तियों में बांग्लादेशी, रोहिंग्या नागरिक नाम बदलकर रह रहे हैं। इस कार्रवाई के लिए सभी जिलों के डीएम, कप्तान व पुलिस कमिश्नरेट को निर्देश भी दिए जा रहे हैं।
यूपी से सभी पाकिस्तानी भेजे गए
पूरे देश में यूपी पहला राज्य है, जहां 24 घंटे में शत-प्रतिशत पाकिस्तानी बाहर कर दिए गए हैं। अंतिम बचे एक नागरिक को बुधवार को भेजा जाएगा।
वर्ष 2019 में पकड़े गए थे दो बांग्लादेशी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2019 में दो बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए थे। 29 अक्तूबर 2019 को बांग्लादेशी मोहम्मद जमाल को पकड़ा गया था। वह सिविल लाइंस स्थित मंदिर के सामने मिठाई की दुकान पर बंगाली बाबा बनकर रहता था। वर्ष 2004 में पश्चिम बंगाल के रास्ते आया था। वहीं 23 सितंबर 2019 खीरी पुलिस ने बांग्लादेशी विजन राय और उसे पनाह देने के वाले रवि राय को गिरफ्तार किया था।
नाम-पहचान बदलकर रहने वालों की भी तलाश
खुफिया विभाग अब शहर के साथ ही ग्रामीण अंचलों में भी चोरी छिपे और नाम और पहचान बदलकर रहने वाले बांग्लादेश के नागरिकों और रोहिंग्या मुसलमानों का पता लगा रही है। प्रयागराज में इन लोगों की कुंडली तैयार करने के बाद पुलिस प्रशासन आगे की कार्रवाई तय करेगा। सूत्रों की मानें तो शहर के कई इलाकों में लंबे समय से बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान पहचान बदलकर रहते हैं। इसमें से कुछ ठिकानों की खुफिया विभाग को जानकारी मिली है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रयागराज में रहने वाले इन संदिग्धों की पड़ताल शुरू कर दी गई है।
संत, तीर्थ पुरोहितों ने पाक का किया पिंडदान
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में प्रयागराज में रविवार को पाकिस्तान का पिंडदान कर दिया गया। दशाश्वमेध घाट पर श्रृंगवेरपुर धाम के जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी शांडिल्य ने पिंडदान करने के बाद कहा कि पाकिस्तान मृत हो चुका है। उसका प्रेत स्वरूप राक्षस किसी को परेशान न करे, इसलिए पिंडदान किया। उन्होंने कहा कि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन के बाद मृत पाकिस्तान के अवशेषों की अस्थियों का पिंडदान कर गंगा में प्रवाहित किया गया है। इस दौरान त्रिवेणी के तट पर गंगा आरती करके विश्व कल्याण की कामना भी की गई, जिसमें साधु-संतों और तीर्थपुरोहितों के साथ बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।