शरद पवार ने की तालकटोरा स्टेडियम में 3 मराठा योद्धाओं की मूर्ति लगाने की मांग, PM को लिखा पत्र

मुम्बई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party- SP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने नई दिल्ली (New Delhi) के तालकटोरा स्टेडियम (Talkatora Stadium) में पेशवा बाजीराव प्रथम, महादजी शिंदे और मल्हारराव होलकर की अश्वारोही अवस्था वाली प्रतिमाएं स्थापित करने की इजाजत देने का आग्रह किया है। तालकटोरा स्टेडियम के आसपास का क्षेत्र 18वीं शताब्दी में मुगलों के खिलाफ मराठा साम्राज्य की ओर से शुरू किए गए सैन्य अभियानों के संदर्भ में अत्यधिक महत्व रखता है। पवार ने कहा कि पुणे स्थित गैर सरकारी संगठन ने तालकटोरा स्टेडियम में बाजीराव, शिंदे और होलकर की प्रतिमाएं स्थापित करने की योजना बनाई थी, लेकिन साहित्यकारों और इतिहासकारों ने तीनों योद्धाओं की अश्वारोही अवस्था वाली प्रतिमाएं स्थापित करने के पक्ष में अपनी राय रखी है।
शरद पवार ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘कई साहित्यकारों और शुभचिंतकों ने यह भावना व्यक्त की है कि अश्वारोही अवस्था में पूर्ण आकार की प्रतिमाएं उनकी वीरता और योगदान के लिए अधिक उपयुक्त श्रद्धांजलि होंगी।’ पवार ने कहा कि चूंकि तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसलिए वह प्रधानमंत्री से दिल्ली सरकार और एनडीएमसी को पूर्ण आकार की अश्वारोही अवस्था वाली प्रतिमाएं स्थापित करने की मांग करते हैं। इसके लिए आवश्यक अनुमति प्रदान करने का निर्देश दिए जाने के वास्ते हस्तक्षेप करने की मांग रखी गई है। तालकटोरा स्टेडियम 98वें मराठी साहित्य सम्मेलन का स्थल भी था जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री ने किया था।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में क्या कहा
शरद पवार ने कहा, ‘सरहद पुणे और अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल की ओर से आयोजित साहित्यिक उत्सव को आपके नेतृत्व में ऐतिहासिक महत्व प्राप्त हुआ।’ पवार ने पीएम मोदी से कहा, ‘आपके गहन और व्यावहारिक भाषण ने दुनिया भर के मराठी लोगों को काफी प्रभावित किया। उद्घाटन समारोह के दौरान मेरे प्रति आपके विशेष स्नेह को प्रदर्शित करने के लिए मैं वास्तव में आपका आभारी हूं।’ एनसीपी (एसपी) के नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री का नेतृत्व हमेशा भारत के गौरवशाली अतीत को सम्मान देने और संरक्षित करने में सहायक रहा है। वह संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।