चुनाव आयोग ने केजरीवाल को झूठे आरोप पर 3 साल के कैद वाले कानूनी प्रावधान की दिलाई याद

0
  • यमुना के पानी में जहर मिलाने के आप के आरोपों पर दिल्‍ली की सियासत में उबाल

  • चुनाव आयोग ने आज रात आठ बजे तक केजरीवाल से मांगे सबूत

 

नई दिल्‍ली। हरियाणा पर यमुना के पानी में जहर मिलाने के आम आदमी पार्टी के आरोपों के बाद दिल्ली की सियासत में उबाल आ गया है। भाजपा और कांग्रेस की शिकायत पर चुनाव आयोग ने जहां आप संयोजक अरविंद केजरीवाल से इसके सब मांगे हैं, वहीं दिल्ली और पंजाब सीएम ने आयोग से मुलाकात कर फिर हरियाणा पर पानी में अमोनिया मिलाने के आरोप लगाए हैं।

चुनाव आयोग ने केजरीवाल को पत्र लिखकर बुधवार रात आठ बजे तक आरोपों के संबंध में तथ्यात्मक सबूत देने को कहा है। साथ ही, उन कानूनी प्रावधानों की याद भी दिलाई है, जिसके तहत राष्ट्रीय एकता और सार्वजनिक सद्भाव के खिलाफ शरारती बयानों के लिए तीन साल तक की कैद हो सकती है। आयोग ने पत्र में कहा है, आप नेता यह बताएं कि यमुना के फनी को जहरीला बनाने के लिए किन रसायनों और कितनी मात्रा में इस्तेमाल किया गया है, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान जा सकती थी, जैसा कि उन्होंने दावा किया है। आयोग ने केजरीवाल से अपने उस दावे का विवरण साझा करने को भी कहा है, जिसके मुताबिक दिल्‍ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने पानी में जहर का पता लगाया और दिल्ली में यमुना के पानी में इसे मिलने से पहले हो रोक दिया। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार दिल्ली को सीमा पर यमुना के पानी में जहर घोल रही है।

आरोप-प्रत्यारोप:

 भाजपा प्रतिनिधिमंडल आयोग से मिला, केजरीवाल को प्रचार से रोकने की मांग

केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव और हरियाणा के सीएम नायब सिंह समेत भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनान आयोग से मुलाकात की और केजरीवाल को चुनाव प्रचार से रोकने का आग्रह किया। यह भी मांग की कि आयोग आप नेता से आरोप वापस लेने और दिल्ली के लोगों से माफ़ी मांगने को कहे।

: सीतारमण ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री, दूसरे मुख्यमंत्री पर ऐसे कृत्य का आरोप कैसे लगा सकता है, जो कहीं न कहीं नरसंहार से संबंधित है।

: सैनी ने कहा कि बेबुनियाद आरोप लगाना केजरीवाल की आदत बन गई है। अगर वह माफी नहीं मांगते हैं, तो उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर करेंगे।

आप नेता भी मिले, हरियाणा पर पानी में अमोनिया छोड़ने का लगाया आरोप

दिल्‍ली को मुख्यमंत्रो व आप नेता आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी मंगलवार को मुख्य चुनाय आयुक्त से मुलाकात को। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार जानबूझकर यमुना नदी में खतरनाक स्तर का अमोनिया छोड़ रही है, जिससे दिल्‍ली की जल आपूर्ति खतरे में पड़ रही हैं। आयोग से
इस समस्या के निराकरण का आग्रह किया।

: आतिशी ने मीडिया से कहा कि यमुना के पानी में अमोनिया को मात्रा 7 पीपीएम (पार्ट प्रति 10 लाख) हो गया है, जो दिल्ली के जल शोधन संयंत्रों की पानी को साफ करने की क्षमता से अधिक है।

जल बोर्ड की रिपोर्ट में जहर का जिक्र तक नहीं

आयोग ने पत्र में कह्म कि उसने दिल्ली जल बोर्ड की रिपोर्ट देखी है, जिसमें पानी में किसी जहर का जिक्र नहीं है। इस रिपोर्ट में इस बात का भी कोई जिक्र नहीं है कि इंजीनियरों ने पानी में जहर का पता लगा लिया और दिल्ली पहुंचने से पहले ही उसे रोक दिया।

दुश्मनी पैदा होने का खतरा-

आयोग ने कहा, इस तरह के आरोपों से क्षेत्रीय समूहों, पड़ोसी राज्यों के निवासियों के बीच दुश्मनी पैदा होने का खतरा है। साथ ही, पानी की वास्तविक या कथित कमी या अनुपलब्धता के कारण कानून-व्यवस्था की गंभीर स्थिति पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है।

: आयोग ने कहा हैं कि उसने हरियाणा सरकार से भी रिपोर्ट मांगी है। सरकार से मिली जानकारी पर विचार करते के बाद इस मुद्दे से अलग से निपटा जा रहा है।

एलजी का सीएम आतिशी को पत्र-क्षुद्र स्वार्थों से ऊपर उठें

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम आतिशी को पत्र लिखकर केजरीवाल के बयान पर आपत्ति जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री को जन कल्याण और शांति के लिए क्षुद्र हितों से ऊपर उठने को सलाह दी। उपराज्यपाल ने कहा हैं कि केजरीवाल का आरोप लोगों को भड़काने का प्रयास है।

 

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *